
लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से देशभर में दिहाड़ी मजदूरी (Daily Wage Workers) पर काम करने वाले लोगों की मुसीबतें काफी बढ़ गईं. जॉब खोने के साथ-साथ आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी की वजह से प्रवासी मजदूरों को कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने-अपने घर वापस जाना पड़ा. ऐसा करते वक्त बहुत से लोगों ने अपने करीबियों को भी खो दिया.
इसी बीच हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला को अपने जेवर बेचने पड़े ताकि वह वापस अपने घर जा सके. दरअसल, 3 प्रवासियों को बेंगलुरु से अपने घर कटक जाना था और इसमें एक कपल भी शामिल था. हालांकि, इसके लिए उन्हें साइकिल की जरूरत थी लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे. इस वजह से महिला को 15,000 रुपये में अपना मंगलसूत्र बेचना पड़ा.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ''मंगलसूत्र बेचकर मिले पैसों से उन्होंने दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू की." इस बारे में बात करते हुए चंदन जेना ने कहा, "हमने पिछले 2 महीनों से पैसे नहीं कमाएं और हमारा सारा पैसा खत्म हो गया. इस वजह से आखिर में मेरी पत्नी को अपना मंगलसूत्र 15,000 रुपये में बेचना पड़ा ताकि हम 2 साइकलि खरीद सकें. इसके बाद हम बेंगलुरु से निकल गए".
Odisha: Three migrant workers were seen travelling on bicycles at Tangi, Cuttack y'day. Chandan Mitra, a worker with his wife on the bicycle carrier, said, "When we ran out of money, my wife sold her mangalsutra to buy two bicycles & we left Bengaluru for Basudevpur in Bhadrak". pic.twitter.com/hvZ5JNMskU
— ANI (@ANI) June 1, 2020
चंदन और उसके दोस्त ने 5-5 हजार की दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू कर दी. इसके बाद उन्हें कटक में कुछ सोशल वर्कर्स मिले. इन सोशल वर्कर्स ने न केवल उन्हें खाना दिया बल्कि उन्हें उनके घर यानी ओडिशा में बासुदेवपुर के भद्रक तक भी पहुंचाया.
हालांकि, इस मुश्किल वक्त में बहुत से लोग प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए आगे आए हैं. जैसे एक 12 की बच्ची ने अपने गुल्लक की सारी सेविंग्स 3 प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए दान कर दी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं