Chandra Grahan 2020: 5 जुलाई को साल 2020 का तीसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2020) लगा था. बता दें, इस साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) जनवरी में लगा था. इसके बाद 5 जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण था. अब एक महीने में ही यह तीसरा ग्रहण है. दरअसल, इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) और फिर 1 जून को सूर्य ग्रहण लगा था. दोनों ही ग्रहण भारत में भी नजर आए थे. हालांकि, 5 जूलाई को लगने वाला ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा को लगेगा. इस वजह से यह ग्रहण गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) के दिन है.
5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण कैसा होगा?
5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र (Penumbra Lunar Eclipse) ग्रहण था. दरअसल, ऐसा तब होता है जब पृथ्वी, सूरज और चांद के बीच तो आती है लेकिन तीनों एक ही रेखा में नहीं होते हैं. ऐसे में चांद की छोटी सी सतह पर अंब्र नहीं पड़ता है. बता दें, पृथ्वी के बीच के हिस्से से पड़ने वाली छाया को अंब्र (Umbra) कहा जाता है. चांद के बाकी के हिस्सों पर पृथ्वी के बाहरी हिस्से की छाया पड़ती है, जिसे पिनंब्र (Penumbra) या उपछाया कहते हैं. इस वजह से ही इस तरह के ग्रहण कों उपछाया ग्रहण कहा जाता है.
चंद्र ग्रहण का समय
टाइमएंडडेट.कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उपछाया चंद्र ग्रहण 5 जुलाई 2020 को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू हो गया था. इसके बाद यह 9 बजकर 59 मिनट पर अपने सबसे अधिक प्रभाव में रहा था और सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो हो गया था. यह ग्रहण लगभग दो घंटे 43 मिनट और 24 सेकेंड तक रहा था.
क्या भारत के लोग देख सकेंगे चंद्र ग्रहण?
दरअसल, चंद्र ग्रहण भारत में 5 जुलाई को सूर्योदय के बाद लगा. ऐसे में भारतवासी ग्रहण नहीं देख सके. इस वजह से 5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण में सूतक काल भी नहीं लगा. साथ ही लोग बिना किसी परेशान के गुरु पूर्णिमा की पूजा कर सके.
किन देशों में दिखेगा चंद्र ग्रहण?
5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक और अंटार्टिका में दिखाई दिया. यह ग्रहण लगभग 2 घंटे 45 मिनट तक रहा.
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