Chandra Grahan 2020: जुलाई के महीने में 5 तारीख को पूर्णमाशी का चांद नजर आएगा. इसी दिन कई देशों में चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) भी देखा जाएगा लेकिन क्या आप जुलाई में दिखने वाले इस सुपरमून (Super moon) के यह अलग-अलग नाम जानते हैं. भारत में इसे गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के रूप में मनाया जाता है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है. यहां तक कि गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) को व्यास पूर्णिमा (Vyas Purnima 2020) के नाम से भी जाना जाता है.
जुलाई के महीने में दिखने वाले पूर्णमाशी के चांद (July Full Moon) को दुनियाभर में अलग-अलग नाम दिया गया है. इसे बक मून, थंडर मून, हे मून, Mead Moon और रिप कॉर्न मून के नाम से जाना जाता है. तो चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि दुनियाभर में जुलाई के महीने में दिखने वाले इस पूर्ण चांद को ये नाम क्यों दिए गए हैं.
बक मून (Buck Moon)
अमेरिका और यूरोप में खेती करने वाले लोगों का समूह अक्सर ही चांद के अलग-अलग नाम रखा करता था. नासा के एक ब्लॉग के मुताबिक, गर्मियों की शुरुआत में बक हिरणों के नए एंटीलर्स उनके सिर से बाहर निकल जाते थे. इस समय के आस-पास दिखने वाले पूर्ण चांद को इस वजह से बक मून कहा जाता है.
थंडर मून (Thunder Moon)
गर्मियों के महीनों में बारिश और बिजली कड़कना काफी आम बात है. इस वजह से जुलाई के महीने में दिखने वाले पूर्णमाशी के चांद को थंडर मून भी कहा जाता है.
हे मून (Hay Moon)
जुलाई के इस पूर्णमाशी के चांद का एक अन्य नाम हे मून है. यूरोप के देशों में हे बनाने का सीजन जून और जुलाई में शुरू होता है और इस वजह से वहां के किसान जुलाई के इस पूर्ण चांद को हे मून कहा करते हैं.
Mead Moon
यूरोप के देशों के किसानों इस सीजन में शहद को फर्मेंट कर इससे वाइन तैयार करते हैं, जिसे Mead कहा जाता है. इस वजह से जुलाई के पूर्ण चांद को इन देशों से यह नाम मिला है. प्राचीन यूनानियों ने इसे 'देवताओं का अमृत' नाम दिया था.
रोज मून (Rose Moon)
कुछ लोग इस चांद को रोज मून भी कहते हैं क्योंकि जून के अंत में गुलाब के फूल खिलते हैं. वहीं कुछ अन्यों का मानना है कि साल के इस वक्त में चांद का रंग गुलाब जैसा होता है और इस वजह से इस पूर्ण चांद को रोज मून कहा जाता है.
रिप कॉर्न मून (Rip Corn Moon)
जुलाई के महीने में दिखने वाले इस पूर्ण चांद को रिप कॉर्न मून भी कहा जाता है क्योंकि साल के इस वक्त में अमेरिका के राज्यों में मक्के की कटाई की जाती है.
दुनियाभर के लोगों के लिए रविवार का चांद काफी खास होने वाला है. जुलाई की पूर्णमाशी की रात जश्न की रात होती है. रविवार का दिन भारत में गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. वहीं दुनिया के अन्य हिस्सों में किसान समुदाय अपनी फसल की कटाई के चलते इस दिन का जश्न मनाते हैं. अधिकतर देशों में जुलाई का यह चांद त्योहारों का मौसम लेकर आता है.
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