कड़कनाथ चिकन प्रीमियम ब्रीड है
नई दिल्ली:
वैसे तो चिकन यानी कि मुर्गे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, इसके साथ ही इसमें फैट की मात्र भी अच्छी खासी होती है. लेकिन चिकन की एक वैराएटी ऐसी है जिसमें प्रोटीन तो होता ही है साथ ही उसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं. जी हां, ऐसे ही मुर्गों की एक प्रजाति है कड़कनाथ. दरअसल, कड़कनाथ प्रीमियम ब्रीड है. इसके मीट का दाम आम चिकन की तुलना में तीन गुना ज्यादा होता है. चटखदार काले रंग के इस मुर्गे में फैट न के बराबर होता है और स्वाद सबसे उम्दा.
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मध्य प्रदेश के झाबुआ समेत कुछ अन्य जिलों में मुर्गा की खास नस्ल पाई जाती है, जिसे कड़कनाथ के नाम से पहचाना जाता है. इस मुर्गे की खासियत है कि इसके मांस में फैट कम होता है और प्रोटीन ज्यादा. अब यह मुर्गा आपको घर बैठे मिल सकेगा, क्योंकि इसके लिए सहकारिता विभाग ने 'मध्यप्रदेश कड़कनाथ एप' तैयार किया है. इस एप का बुधवार को सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने लोकार्पण किया.
राज्य मंत्री सारंग ने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा नए कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. सहकारिता से अंत्योदय योजना में सहकारी समितियों का गठन कर रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं. इसी कड़ी में कड़कनाथ मुर्गा-पालन और विक्रय से जुड़ी सहकारी समितियों के लिए 'मध्यप्रदेश कड़कनाथ मोबाइल एप' तैयार कर शुरू किया गया है.
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उन्होंने बताया कि कड़कनाथ एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति इन समितियों के पास उपलब्ध कड़कनाथ मुर्गा खरीदने के लिए अनलाइन डिमांड कर सकता है. भविष्य में अनलाइन ऑर्डर के साथ होम डिलीवरी की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.
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राज्य मंत्री सारंग ने कहा कि कड़कनाथ प्रजाति का मुर्गा अन्य प्रजातियों के मुर्गो से बेहतर होता है. इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक और फैट की मात्रा न के बराबर पाया जाता है. यह विटामिन-बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, ई, नियासिन, कैल्शियम, फास्फोरस और हीमोग्लोबिन से भरपूर होता है. यह दूसरे मुर्गों की तुलना में लाभकारी है. इसका खून, हड्डियां और सम्पूर्ण शरीर काला होता है. यह दुनिया में केवल मध्यप्रदेश के झाबुआ और अलीराजपुर में पाया जाता है.
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राज्य मंत्री सारंग ने बताया कि उपभोक्ता और व्यापारी एप के माध्यम से समितियों तक पहुंच सकते हैं. एप द्वारा समितियों को एक ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया जा रहा है, जो उन्हें आधुनिक बाजार की सुविधा देगा. एप में उपलब्ध मेन्यु में सीधे क्लिक करने पर समिति का ई-मेल, फोन और उत्पादन की जानकारी प्राप्त की जा सकती है. मांग और पूछताछ का ऑप्शन भी दिया गया है. सबमिट बटन पर क्लिक करने से सीधे संस्था को ई-मेल करने की सुविधा है. एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
Video: जानिए फूड एलर्जी के बारे मेंInput: IANS
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मध्य प्रदेश के झाबुआ समेत कुछ अन्य जिलों में मुर्गा की खास नस्ल पाई जाती है, जिसे कड़कनाथ के नाम से पहचाना जाता है. इस मुर्गे की खासियत है कि इसके मांस में फैट कम होता है और प्रोटीन ज्यादा. अब यह मुर्गा आपको घर बैठे मिल सकेगा, क्योंकि इसके लिए सहकारिता विभाग ने 'मध्यप्रदेश कड़कनाथ एप' तैयार किया है. इस एप का बुधवार को सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने लोकार्पण किया.
राज्य मंत्री सारंग ने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा नए कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. सहकारिता से अंत्योदय योजना में सहकारी समितियों का गठन कर रोजगार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं. इसी कड़ी में कड़कनाथ मुर्गा-पालन और विक्रय से जुड़ी सहकारी समितियों के लिए 'मध्यप्रदेश कड़कनाथ मोबाइल एप' तैयार कर शुरू किया गया है.
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