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This Article is From Oct 25, 2021

Health Tips: बार-बार छींक आने पर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, इंस्टेंट मिलेगा लाभ

ऐसा नहीं है कि केवल सर्दी-जुकाम होने पर ही छींक (Sneezing) आती हो, बल्कि छींक आने के कई कारण हो सकते हैं. आमतौर पर छींक आना स्वस्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन कई बार ज्यादा छींक आना भी समस्या का कारण बन जाता है.

Health Tips: बार-बार छींक आने पर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे,  इंस्टेंट मिलेगा लाभ
Health Tips: छींक से नहीं मिल रही राहत, अपनाएं ये नुस्खे, तुरंत मिलेगा छुटकारा
नई दिल्ली:

छींक आना एक नॉर्मल प्रक्रिया है. छींक (Sneezing) दिन में कभी भी आ सकती है. छींक आने को अच्छा संकेत भी है, क्योंकि यह शरीर की रक्षात्मक प्रतिक्रिया की तरह काम करता है. छींक द्वारा नाक व गले के अन्दर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है. यह शरीर को एलर्जी से बचाने की स्वभाविक प्रक्रिया है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को बहुत जल्दी-जल्दी छींक आती है तो यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी को दर्शाता है. ऐसा नहीं है कि केवल सर्दी-जुकाम होने पर ही छींक (Sneezing) आती हो, बल्कि छींक आने के कई कारण हो सकते हैं. आमतौर पर छींक आना स्वस्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन कई बार ज्यादा छींक आना भी समस्या का कारण बन जाता है. सर्दी-जुकाम के दौरान छींक आना एक आम बात है और सामान्‍य सर्दी-जुकाम समय के साथ ठीक भी हो जाता है, लेकिन कई बार ज्यादा छींक आना परेशानी का कारण भी बन जाता है. बार-बार छींक आने के पीछे कोई गंभीर समस्‍या भी हो सकती है, जो आपको लंबे समय तक प्रभावित कर सकती है. आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताएंगे, जिनसे आपको इस समस्या से राहत मिलेगी.

छींक आने के कारण (Sneezing Causes)

  • प्रदूषण युक्त वातावरण में रहने से.
  • AC के कारण.
  • सर्दी या जुकाम होने पर छींक आती है, क्योंकि सर्दी-जुकाम होने पर नाक के अन्दर की म्यूकस झिल्ली में सूजन आ जाती है.
  • मौसमी एलर्जी.
  • किसी दवा के रिएक्शन के कारण छींक की समस्या हो सकती है.
  • एलर्जी से ग्रस्त रोगियों में पराग कणों के सम्पर्क में आने की वजह से.
  • साइनस के कारण.
  • धूल, धुंआ एवं तेज गंध के सम्पर्क में आने से नाक के भीतर की म्यूकस झिल्ली उत्तेजित हो जाती है, इससे छींक आती है.

छींक की समस्या के लक्षण (Sneezing Symptoms)

  • आंखों का लाल होना.
  • नाक से लगातार पानी बहना.
  • नाक में खुजली होना.
  • सिर में दर्द एवं भारीपन.
  • चिड़चिड़ापन.
  • सूंघने की शक्ति का कम हो जाना.

छींक की परेशानी के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies for Sneezing in Hindi)

  • लगातार छींक आने पर आप अजवाइन के सेवन से राहत पा सकते हैं. इसके लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर उबालें. गुनगुना होने पर छान लें. इसमें शहद मिलाकर पिएं. 10 ग्राम अजवाइन और 40 ग्राम पुराने गुड़ को 450 मि.ली. पानी में उबालें. जब आधा पानी रह जाए, तो पानी को ठण्डा होने पर पी लें. इसके बाद हवा रहित स्थान पर आराम करें.
  • एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर आंवला इम्यूनिटी के लिए बेहतर होता है. दो या तीन आंवला प्रतिदिन खाने से छींकने की समस्या से निजात पाया जा सकता है.
  • वहीं, पुदीने के तेल को गर्म पानी में डालकर भाप लेने से छींक बंद हो जाती हैं. इसके अलावा पानी में विक्स डालकर भाप लेने से भी छींक में कमी आती है.
  • तुलसी, अदरक, लौंग, कालीमिर्च की चाय पिएं. ये आपकी परेशानी का जल्द ही समाधान कर सकती है.
  • मुलेठी के चूर्ण को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें. इसकी भाप लें. बता दें कि मुलेठी का प्रयोग छींक की परेशानी में लाभदायक साबित होती है.
  • इसके अलावा आप लहसुन की 3-4 कली को पीसकर एक गिलास पानी में उबालें. इस पानी को छानकर गुनगुना करके दिन में दो बार पिएं. इससे आपको जल्द आराम मिलेगा.

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