कोविड-19 संक्रमित (Corona Positive) पाए गए एक डॉक्टर ने हाल ही में बताया कि इस इंफेक्शन का पता चलने के बाद उन्हें कितना दुख हुआ क्योंकि इस वजह से उनके परिवार के लिए भी खतरा बढ़ गया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इससे उनकी जिंदगियां किस तरह से प्रभावित हुई. ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे द्वारा शेयर की गई एक पोस्ट के मुताबिक, डॉक्टर ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बाद भी वह अपने मरीजों का चेकअप करते रहे. उन्होंने कहा, ''कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद मैं जानता था कि मेरे पेशेंट्स को मेरी ज्यादा जरूरत है. इसलिए मैं रोज़ काम पर जाता रहा और 5 से 10 मरीजों को देखता रहा''. इसके साथ उन्होंने कहा कि वह जरूरी सावधानी बरत रहे थे.
हालांकि, 18 मार्च को उन्हें लगा कि उन्हें बुखार है. यह देशभर में लॉकडाउन लागू होने से कुछ ही दिन पहले हुआ था. कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद डॉक्टर, उनकी पत्नी और बेटी को कोरोनावायरस वॉर्ड में भर्ती कर दिया गया. उन्होंने कहा, ''कोविड-19 वॉर्ड देखकर मैं टूट गया और मुझे बहुत दुख हुआ''. उन्होंने आगे कहा, ''एक डॉक्टर होने के नाते मैंने अपने मरीजों के लिए सबकुछ किया लेकिन परिवार का ध्यान रखने में मैं फेल हो गया''.
हालांकि, एक हफ्ते बाद ही डॉक्टर और उनकी बेटी के टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई लेकिन उनकी पत्नी के टेस्ट बार-बार पॉजिटिव आ रहे थे और इस वजह से उन्हें अस्पताल में ही रहना पड़ा. उन्होंने कहा, ''अपनी पत्नी से अलग रहना सबसे मुश्किल था. क्योंकि मैं उसके लिए परेशान था और उसे देखने के लिए बेचैन था. हम में से कोई नहीं जानता था कि वह बार-बार कोविड-19 के लिए पॉजिटिव क्यों आ रही थी''.
आखिरकार चौथी बार टेस्ट होने पर उनकी पत्नी का टेस्ट नेगेटिव आया और उन्हें घर जाने की अनुमति मिल गई. डॉक्टर ने कहा, ''हमने आखिरकार वायरस को हरा दिया और अब एक साथ हैं.''
इस पोस्ट को अब तक 12,000 से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं. वहीं कई लोग इस पर कमेंट्स कर रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं