महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सोमवार शाम को कहा कि उन्हें फिलहाल यह नहीं पता लग सका है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार का हिस्सा है या फिर वह अब भी विपक्ष में है. राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने रविवार को बगावत करते हुए एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि पार्टी के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी. मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत में नार्वेकर ने कहा कि उनके कार्यालय को अब तक पार्टी में विभाजन के संबंध में कोई याचिका नहीं मिली है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “मुझे फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि राकांपा राज्य सरकार का हिस्सा है या अब भी विपक्षी गठबंधन से जुड़ी हुई है. मैं अपने सामने उपलब्ध विवरण का अध्ययन करूंगा और इस संबंध में निर्णय लूंगा.”
उन्होंने कहा, “मुझे राकांपा विधायक जयंत पाटिल से केवल एक याचिका मिली है, जिसमें नौ विधायकों (अजित पवार और उनके साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य राकांपा विधायक) को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है. राकांपा के किसी अन्य नेता की ओर से कोई लिखित सूचना नहीं आई है.”
यह पूछे जाने पर कि कितने राकांपा विधायकों ने अजित पवार के प्रति समर्थन जताया है, नार्वेकर ने कहा, “मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि उनकी ओर से कोई लिखित सूचना नहीं मिली है. विधानसभा में दलवार संख्या अभी भी अपरिवर्तित बनी हुई है.”
ये भी पढ़ें :
* चाचा Vs भतीजा : अब महाराष्ट्र में 'असली' NCP की जंग, एक दूसरे के नेताओं पर कार्रवाई
* महाराष्ट्र में अजित पवार को अपने खेमे में लाकर क्या BJP ने लिया 2019 का बदला?
* "अजित पवार की बगावत को आपका आशीर्वाद?" : इस सवाल पर शरद पवार का दो टूक जवाब