पूर्व राष्‍ट्रपति अब्‍दुल कलाम पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी करने के आरोप में यति नरसिंहानन्द के खिलाफ FIR

मिश्रा ने कहा कि यति अपने 16 सेकंड के वीडियो में पूर्व राष्ट्रपति पर अप्रिय टिप्पणी करते हुए और मुसलमानों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहे हैं जिससे नफरत भड़क सकती है और सांप्रदायिक सद्भाव में बाधा आ सकती है. 

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
यति नरसिंहानन्द ने आरोप गाया कि पुलिस मामले में शामिल करने के लिए प्राथमिकी दर्ज क रही है. (फाइल)
गाजियाबाद (उप्र) :

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में स्थित डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वती के खिलाफ पूर्व राष्ट्रपति डाॅ अब्दुल कलाम के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप सुनने के बाद पुलिस उप निरीक्षक प्रशांत कुमार गौतम ने वेव सिटी पुलिस थाना में इस संबंध में शिकायत दी थी. 

मिश्रा ने कहा कि यति अपने 16 सेकंड के वीडियो में पूर्व राष्ट्रपति पर अप्रिय टिप्पणी करते हुए और मुसलमानों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहे हैं जिससे नफरत भड़क सकती है और सांप्रदायिक सद्भाव में बाधा आ सकती है. 

उन्होंने बताया कि वेव पुलिस ने यति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (किसी भी समूह की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 505 (1) (सी) (सार्वजनिक उपद्रव फैलाने वाले वक्‍तव्‍य) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. 

इस मुद्दे पर पक्ष जानने के लिए जब महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वती से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि यह एक पुराना वीडियो है और आरोप लगाया कि पुलिस मुझे बार-बार इस मामले में शामिल करने के लिए इस पर प्राथमिकी दर्ज कर रही है. 

ये भी पढ़ें:

* संविधान पर टिप्पणी करने पर 'धर्म संसद' वाले नेता को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
* गाजियाबाद : धर्म संसद को लेकर पुलिस और महामंडलेश्वर में बढ़ी तकरार, थमाया नोटिस
* श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद नजरबंद, पदयात्रा करने से रोका

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
UPPSC Student Protest: जब दूसरे कई इम्तिहान कई पालियों में हो सकते हैं तो यूपी पीसीएस का क्यों नहीं?