राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और शरद पवार के करीबी सहयोगी प्रफुल्ल पटेल ने आज मीडिया के कड़े सवालों का सामना किया. उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने पार्टी और शरद पवार को धोखा दिया. दरअसल, प्रफुल्ल पटेल रविवार को राजभवन में आयोजित शपथ समारोह में उपस्थित थे, जहां अजीत पवार और आठ अन्य राकांपा नेता महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए. रविवार के घटनाक्रम के बाद आज सुबह प्रफुल्ल पटेल पॉवर शेयरिंग पर बैठक के लिए अजीत पवार के आवास पर पहुंचे.
प्रफुल्ल पटेल से उन अटकलों के बारे में भी पूछा गया कि अजीत पवार की बगावत के बाद क्या उन्हें केंद्रीय मंत्री पद मिल सकता है. पटेल ने कहा कि हमने दिल्ली के बारे में कोई चर्चा नहीं की. हमने सिर्फ महाराष्ट्र में अपनी सरकार के गठन पर चर्चा की है.
फिर उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने "पार्टी और शरद पवार को धोखा दिया है". समाचार एजेंसी ANI के शेयर किए वीडियो में दिख रहा है कि उन्हें ये सवाल अच्छा नहीं लगा, उनके चेहरे के भाव बदल गए. उन्होंने अपनी गाड़ी की खिड़की का शीशा चढ़ाया और कार को आगे बढ़ने के लिए कहा.
कल के शपथ समारोह में प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति से साफ था कि इस विद्रोह में अजीत पवार को काफी समर्थन प्राप्त है. हालांकि, महत्वपूर्ण बात ये है कि प्रफुल्ल पटेल ने रविवार रात एनडीटीवी से कहा कि पार्टी एक है और शरद पवार उसके नेता हैं. किसी ने भी पार्टी नहीं छोड़ी है या पार्टी से अलग नहीं हुआ है. कभी-कभी पार्टी के भीतर मतभेद होते हैं और वे सुलझ जाते हैं. आप कुछ और दिन इंतजार करें और आपको पता चल जाएगा कि मेरे कहने का क्या मतलब है.