VIDEO: पहलवानों के समर्थन में दिल्ली पहुंचे किसान, तोड़ा बैरिकेड्स

पूरे घटनाक्रम पर दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि किसी भी तरह के फर्जी खबरों पर भरोसा न करें. जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधा दी जा रही है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार सुबह पहलवानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए किसानों का एक समूह पहुंचा. इस दौरान किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए  बैरिकेड्स को तोड़ दिया.  कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसमें किसानों को बैरिकेड्स को पार करते और हटाते हुए देखा जा सकता है. हालांकि दिल्ली पुलिस की तरफ से किसी भी तरह की झड़प की घटना से इनकार किया गया है. पुलिस उपायुक्त, नई दिल्ली के कार्यालय से ट्वीट किया गया है कि किसानों का एक समूह जंतर मंतर पहुंचा है. वे धरना स्थल पर पहुंचने की जल्दी में थे, जिसमें से कुछ बैरिकेड्स पर चढ़ गए. जिससे बैरिकेड्स गिर गए. पुलिस टीम ने बैरिकेड्स को पीछे की तरफ रख दिया गया है.

वहीं दिल्ली पुलिस के आधिकारिक हैंडल ने भी ट्वीट को रीट्वीट किया और लोगों से फर्जी खबरों पर विश्वास न करने को कहा है. जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधा दी जा रही है. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डीएफएमडी के माध्यम से प्रवेश दी जा रही है.  कृपया शांति बनाए रखें और कानून का पालन करें. एक किसान ने NDTV को बताया कि हम अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस ने हमें एक तरफ से घुसने के लिए कहा, लेकिन जगह नहीं थी. हम बड़ी संख्या में थे, इसलिए बैरिकेड्स पलट गए.

Advertisement

गौरतलब है कि ओलंपियन विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित देश के शीर्ष पहलवान, बीजेपी सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक पखवाड़े से अधिक समय से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

Advertisement

उत्तर प्रदेश से छह बार भाजपा सांसद रह चुके सिंह पर एक नाबालिग सहित सात पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से एक यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत है.

Advertisement

कई किसान संगठनों ने जारी विरोध प्रदर्शन में पहलवानों को समर्थन देने की घोषणा की है. संयुक्त किसान मोर्चा के तहत किसान संगठनों के सदस्य पहलवानों के विरोध में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें-

Topics mentioned in this article