गुजरात में मेहसाणा जिले के एक परिवार ने दावा किया है कि हाल ही में कनाडा से अमेरिका जाने की कोशिश में मारे गए आठ लोगों में शामिल चार भारतीय उनके रिश्तेदार हैं. यहां विजापुर तालुका में मानेकपुर गांव के निवासी जसुभाई चौधरी ने रविवार को कहा कि उनके भाई, भाभी और उनके दो बच्चे करीब दो महीने पहले आगंतुक वीजा पर कनाडा गए थे. कनाडा की पुलिस ने कहा है कि गत बृहस्पतिवार को एक्वेसस्ने के पास सेंट लॉरेंस नदी में प्रवासियों से भरी नौका पलट गई थी. इस हादसे में आठ लोगों के शव बरामद किए गए हैं और माना जाता है कि वे भारतीय और रोमानियाई मूल के दो परिवार थे, जो अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे.
चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दो महीने पहले, मेरा भाई, उसकी पत्नी और दो बच्चे आगंतुक वीजा पर कनाडा गए थे. कल सुबह मुझे पता चला कि कनाडा में भारत के एक परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई है. मैंने अपने भाई से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका, इसलिए संदेह पैदा हुआ कि वे (मृतक) हमारे परिवार के सदस्य थे.'' मेहसाणा जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि मालेकपुरा गांव के निवासियों ने चार मृतकों के शव को उनके पैतृक गांव वापस लाने की व्यवस्था करने के अनुरोध के साथ जिलाधिकारी से संपर्क किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘इस बात की पुष्टि हो गई है कि मेहसाणा के विजापुर तालुका के मानेकपुर गांव के एक परिवार के चार सदस्य आगंतुक वीजा पर कनाडा गए थे और नदी पार करने की कोशिश की थी. ग्रामीणों ने उनके शव वापस लाने के लिए हमसे मदद मांगी है, जिसकी सूचना हमने राज्य सरकार को दी है.'' चौधरी ने कहा कि संदेह की पुष्टि तब हुई जब उन्हें पता चला कि कनाडा में बसे उनके रिश्तेदारों के व्हाट्सऐप ग्रुप में पीड़ितों के नाम उनके भाई, पत्नी और दो बच्चों के थे.
उन्होंने कनाडा जाने वाले चार लोगों की पहचान प्रवीण चौधरी (50), उनकी पत्नी दीक्षा (45), बेटा मीत (20) और बेटी विधि (24) के रूप में की है. राज्य के पूर्व गृह मंत्री विपुल चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार को पीड़ितों के शव यहां वापस लाने की व्यवस्था करनी चाहिए. उन्होंने इसे बेहद दुखद और स्तब्ध कर देने वाली घटना करार दिया.