1 सेकंड रुका, फिर स्पीड डबल! समझें कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के एस्कलेटर में ऐसा हुआ क्या कि 6 हो गए घायल

एस्‍कलेटर की मेंटेनेंस में कमी ऐसे हादसे होने का सबसे बड़ा कारण होता है. आमतौर पर एस्‍कलेटर की नियमित सर्विस नहीं कराई जाती है. कई बार ढीले कपड़ों के एस्‍कलेटर में फंसने के कारण भी लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसलिए एस्‍कलेटर पर हमेशा अपने कपड़ों का ध्‍यान रखना चाहिए.

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भारत में ही नहीं पूरे विश्‍व में एस्‍कलेटर से संबंधी हादसे होते रहते हैं, जिन्‍हें गंभीरता से नहीं लिया जाता...
नई दिल्‍ली:

एक सेकंड रुका और फिर डबल हो गई एस्कलेटर की स्पीड... दिल्‍ली के कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर बुधवार की शाम एस्कलेटर में तकनीकी खराबी आने के कारण हादसा हो गया, जिसमें 6 लोग घायल हो गए. एस्‍कलेटर से जुड़े कुछ हादसों में लोगों को गंभीर चोटें आती हैं और कई बार लोग मारे भी जाते हैं. भारत में ही नहीं पूरे विश्‍व में एस्‍कलेटर से संबंधी हादसे होते रहते हैं, जिन्‍हें गंभीरता से नहीं लिया जाता है. इसका परिणाम हादसों के रूप में सामने आता है. 

कैसे हुआ हादसा 

कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर शाम लगभग साढे़ छह बजे एस्कलेटर पर चढ़ते समय, एस्कलेटर अचानक एक सेकंड के लिए रुक गया और फिर दोगुनी गति से चलने लगा. इससे कई यात्री संतुलन खो बैठे और एक-दूसरे के ऊपर गिर गए, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों को चोटें आईं. एक शख्‍स के कंधे, दूसरे के दाहिना कान और अन्‍य लोगों को दाहिनी आंख, दाहिना पैर का अंगूठा, दाहिनी कोहनी मे चोट आई है. एक शख्‍स का कान आंशिक रूप से कट गया. गनीमत यह रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और किसी की मौत नहीं हुई. 

क्‍यों होते हैं एस्‍कलेटर से जुड़े हादसे? 

  • एस्‍कलेटर की मेंटेनेंस में कमी ऐसे हादसे होने का सबसे बड़ा कारण होता है. आमतौर पर एस्‍कलेटर की नियमित सर्विस नहीं कराई जाती है.  
  • मकैनिकल और टेक्‍नीकल दिक्‍कत आने के कारण भी एस्‍कलेटर पर लोग हादसे का शिकार होते हैं.  
  • कई बार ढीले कपड़ों के एस्‍कलेटर में फंसने के कारण भी लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. इसलिए एस्‍कलेटर पर हमेशा अपने कपड़ों का ध्‍यान रखना चाहिए. 
  • एस्‍कलेटर पर हमेशा बीच में खड़ा होना चाहिए. आमतौर पर लोग एस्‍कलेटर के सिरे पर खड़े हो जाते हैं, जिसके कारण हादसे का शिकार हो जाते हैं. 

कब-कब एस्‍कलेटर पर हुए हादसे 

- मई 2024: कश्‍मीरी गेट मेट्रो स्‍टेशन पर एस्‍कलेटर में टेक्‍नीकल दिक्‍कत आने के कारण लोगों का बैलेंस बिगड़ गया, जिससे कई लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए. इस हादसे में 6 लोग घायल हो गए. 
- मार्च 2024 : रायपुर में एक मॉल के एस्‍कलेटर से नीचे गिरने पर एक बच्‍ची की मौत तब हो गई थी. बच्‍ची का पिता उसे गोद में लेकर एस्‍कलेटर पर ऊपर की ओर जा रहा था, तभी उसकी ग्रिप ढीली पढ़ने पर बच्‍ची उसके हाथों से नीचे गिर गई. 
- अप्रैल 2023 : कोलकात में एक खराब एस्‍कलेटर को ठीक करने के दौरान वहां के केयरटेकर-कम लिफ्टमैन की कुचलने से मौत हो गई थी. 
- जुलाई 2023: हावड़ा के एक मॉल में तीन साल की बच्‍ची का हाथ अचानक एस्‍कलेटर की चपेट में आने के बाद कुचल गया था. 
- जुलाई 2023: कोच्चि में एक प्राइवेट आयुर्वेद अस्‍पताल के एस्‍कलेटर के गिर जाने से दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं. 
- अगस्‍त 2022: हैदराबाद में एक एस्‍कलेटर खराब होने पर छात्र और टीचर को गंभीर चोटें आई थीं.
मई 2018: राजस्‍थान के गंगापुर में शॉपिंग मॉल के एस्‍कलेटर से महिला की गोद से उसकी 10 महीने की बच्‍ची गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई. जब बच्‍ची गिरी, तब महिला सेल्‍फी लेने का प्रयास कर रही थी.   

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एस्‍कलेटर से जुड़े हादसों पर जागने की जरूरत 

  • आमतौर पर एस्‍कलेटरों का रख-रखाव ठीक से नहीं किया जाता है. इसकी वजह से कई हादरे हो जाते हैं.
  • भारत में ही नहीं पूरे विश्‍व में एस्‍कलेटर से संबंधी हादसे होते रहते हैं, जिन्‍हें गंभीरता से नहीं लिया जाता है. 
  • एस्‍कलेटर से जुड़े कुछ हादसों में लोगों को गंभीर चोटें आती हैं और कई बार लोग मारे भी जाते हैं. 
  • एस्‍कलेटर पर लापरवाही बरतने के कारण भी लोग हादसे का शिकार होते हैं.         

दिल्‍ली मेट्रो ने बताई हादसे की वजह 

कश्‍मीरी गेट पर हुए हादसे के बारे में दिल्ली मेट्रो के सूत्रों ने कहा कि एक एस्कलेटर में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उसमें सवार लोग एक-दूसरे पर गिर गए. पुलिस ने आइपीसी की धारा 287 (मशीनरी के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण), 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य से चोट पहुंचाना) में मामला दर्ज किया है. पुलिस उन लोगों की भूमिका की जांच करेगी, जो एस्केलेटर के रखरखाव में शामिल थे.

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