तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी के कविता (K Kavitha) प्रवर्तन निदेशालय को चिट्ठी लिखकर कथित शराब घोटाला मामले (Liquor Policy Case) में गुरुवार को होने वाली पूछताछ को स्थगित करने की मांग की है. जांच एजेंसी को समन की नई तारीख गुरुवार शाम तक देनी है.
के कविता ने अपनी पूछताछ को टालने की मांग करने के लिए अपने पूर्व नियोजित काम का हवाला दिया है. भारत राष्ट्र समिति की नेता कविता के गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला आरक्षण विधेयक को लेकर प्रदर्शन में शामिल होने की भी उम्मीद है.
केसीआर की बेटी के कविता ने इससे पहले एक बयान में कहा था, "एक कानून का पालन करने वाली नागरिक के रूप में मैं जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगी. हालांकि, धरने और पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण मैं पूछताछ की तारीख पर कानूनी राय लूंगी." के कविता से इससे पहले सीबीआई ने पिछले साल 12 दिसंबर को हैदराबाद में करीब 7 घंटे की पूछताछ की थी.
सीबीआई का तर्क है कि शराब कंपनियां दिल्ली की 2021 की आबकारी नीति तैयार करने में शामिल थीं. इसके लिए एक शराब लॉबी द्वारा 30 करोड़ रुपये की रिश्वत का भुगतान किया गया था, जिसे "साउथ कार्टेल" करार दिया गया था.
केंद्रीय जांच एजेंसियों ने आरोप लगाया है कि कविता "साउथ कार्टेल" का हिस्सा हैं, जिसे दिल्ली की अब वापस ली गई शराब नीति में रिश्वत से फायदा हुआ. इस केस में आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल वह 20 मार्च तक तिहाड़ जेल में हैं.
समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) ने सूत्रों के हवाले से बताया कि केसीआर की बेटी कविता को ईडी ने पूछताछ के लिए इसलिए बुलाया गया है, ताकि हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई से उसका सामना करवाया जा सके. पिल्लई "साउथ कार्टेल" का एक कथित फ्रंटमैन है. ईडी ने इस सप्ताह की शुरुआत में उसे गिरफ्तार किया था. कविता के पूर्व अकाउंटेंट को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
राज्य बीजेपी यूनिट ने कविता पर निशाना साधा है. बीजेपी ने उन पर ईडी की पूछताछ से बचने का आरोप लगाया है. बीजेपी सांसद अरविंद धरमपुरी ने ट्वीट किया, "आप क्रोनोलॉजी समझिए... केसीआर सरकार की कैबिनेट में 2014-2018 तक एक भी महिला नहीं थी. जाहिर तौर पर ऐसा कविता के आधिपत्य के लिए था, जो तब निजामाबाद से सांसद थीं."
उन्होंने एक और ट्वीट किया, "2019 के आम चुनावों में बीजेपी के उम्मीदवार से हारने के बाद भाई-भतीजावाद कोटे से एमएलसी बनने और अब दिल्ली आबकारी स्कैम में प्रमुख साजिशकर्ता के रूप में विकसित होने के बाद कविता महिला आरक्षण बिल के पक्ष में लड़ने के लिए दिल्ली जा रही हैं. ये लोगों का ध्यान हटाने का उनका निरर्थक प्रयास है."
बीजेपी सांसद ने तीसरा ट्वीट किया, "आपका समुदाय तेलंगाना की आबादी का 1% से अधिक का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, लेकिन तेलंगाना कैबिनेट के 22% से अधिक का प्रतिनिधित्व करता है. कृपया अपने पिता को अपने मंत्रिमंडल में 33% महिलाओं को समायोजित करने के लिए मनाएं, ताकि महिला आरक्षण विधेयक पर आपके नाटकीय आंदोलन को थोड़ी पवित्रता मिल सके."
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