कोरबा में 24 दिसम्बर को सीएसईबी थाना के पंप हाउस कॉलोनी में 20 वर्षीय युवती नील कुसुम पन्ना की हत्या के मुख्य आरोपी शाहबान खान को पुलिस ने राजनांदगांव से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी हत्या करने के बाद अंबिकापुर में रुकने के बाद अहमदाबाद भाग गया था. आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर चार अलग अलग टीम बनाई गई थी. पुलिस को सेकड़ों cctv कैमरे और आरोपी की बैंक डिटेल को खंगालने के बाद सफलता मिली है. पुलिस ने आरोपी को भागने में मदद करने वाले ममेरे भाई तबरेज को भी गिरफ्तार कर लिया है.
गौरतलब है की 24 दिसम्बर को मृतक नील कुसुम के पिता रूप साय पन्ना रिपोर्ट दर्ज कराई थी की उसकी बेटी की किसी व्यक्ति के द्वारा पेचकश से गोदकर हत्या कर दी गई है. पुलिस जब घटना स्थल पहुंची तो वहां से पेंचकश और शाहबान खान नामक व्यक्ति का आधार कार्ड, और अहमदाबाद से रायपुर तक आने के फ्लाइट का टिकट, रायपुर से कोरबा तक आने का बस का टिकट बरामद हुआ.
पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा उसमे आरोपी टीपी नगर की ओर से पैदल आते और भागते हुए दिखाई दे रहा था. जिसके आधार पर आगे बढ़ने पर पाया कि आरोपी होटल शालीन में रात्रि करीब 1 बजे आकर रुका था जहा से सुबह 8.10 बजे चेकआउट किया है. घटना के बाद वापस होटल नही गया है. आरोपी के भागने के संभावित रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का बाद पाया गया कि आरोपी नया बस स्टैंड टीपी नगर कोरबा से टैक्सी में सवार होकर कटघोरा बस स्टैंड के पास उतरा है. कटघोरा से अंबिकापुर बस की ओर गया है.
एक टीम को तत्काल अंबिकापुर रवाना किया गया जो अलग अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पता चला कि आरोपी ने एक एटीएम से कुछ पैसे निकाले हैं. सीसीटीवी कैमरे में 2 लोग दिखाई दे रहे थे आरोपी अपने मुंह पर गमछा बांधा हुआ था किंतु आरोपी के साथी का चेहरा खुला हुआ था. मुखबिर ने पहचान कर बताया उक्त व्यक्ति आरोपी का ममेरा भाई तबरेज खान है. तबरेज खान भी घर से फरार पाया गया. मुखबिरों ने बताया कि आरोपी शाहबान खान को तबरेज खान के साथ देखा गया है और वह उसको भगाने का प्रबंध कर रहा है और उसको नया मोबाइल नंबर भी दिया है. किंतु नंबर बंद आ रहा था. स्थानीय मुखबिरों और बस एजेंटो ने बताया कि आरोपी 26 तारीख को बस के माध्यम से बनारस होकर गया है. इस आधार पर सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए टीम बनारस होकर अहमदाबाद पहुंची. किंतु पुलिस के आने की सूचना आरोपी को तबरेज खान ने दे दी थी.
पुलिस की एक टीम अहमदाबाद में ही रोककर आरोपी के बारे में तलाश करती रही इसी दौरान दिनांक 28 दिसंबर को आरोपी ने पुणे स्थित रेलवे स्टेशन के पास से अपने अकाउंट से पैसा निकाला था. जानकारी मिलते ही एक टीम तत्काल पुणे महाराष्ट्र के लिए रवाना किया गया. मुखबिर ने आरोपी तबरेज खान रायपुर गया हुआ है जो कि आरोपी को भगाने का प्रबंध कर रहा है. इस आधार पर आरोपी तबरेज खान को पकड़ने के लिए एक टीम रायपुर रवाना किया गया. किंतु दोनों आरोपियों का मोबाइल बंद होने से पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही थी. इसी दौरान नागपुर गई टीम के स्थानीय मुखबिर एवं सूचना तंत्र के माध्यम से पता कि आरोपी पुणे नागपुर से दुर्ग की ओर जाने वाली बस में सवार होकर निकला है बस का सही पता नहीं चल पा रहा था , अतः रायपुर गए हुए टीम को तत्काल नागपुर दुर्ग हाईवे पर आने वाली बसों को चेकिंग करने के लिए राजनांदगांव रवाना किया गया.
महाराष्ट्र गई टीम भी महाराष्ट्र से रायपुर के लिए निकली ,राजनांदगांव पुलिस की मदद से चिचोला बॉर्डर पर महाराष्ट्र की ओर से आने वाली सभी वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की गई तो आरोपी बस में सवार होकर आता हुआ मिला. जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढ़ें-