लोकसभा चुनाव में बस 2 फेज की वोटिंग बची है. 4 जून को नतीजे आने हैं. इस बीच शेयर मार्केट में एक बार से मोदी सरकार के आने का भरोसा बढ़ गया है. NDA के लिए चुनाव में पिछली बार जितनी या उससे ज्यादा सीटों की उम्मीद की जा रही है. गुरुवार को शेयर मार्केट ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. सेंसेक्स में 75,499 का उछाल हाई बनाया है. इससे पहले 9 अप्रैल को सेंसेक्स 75,124 पॉइंट पर पहुंचा था. गुरुवार को निफ्टी ने भी 22,993 की उछाल दर्ज की.
मार्केट क्लोजिंग के समय सेंसेक्स 1196 पॉइंट की तेजी के साथ 75,418 के स्तर पर बंद हुआ. जबकि निफ्टी भी 354 पॉइंट चढ़ा और 22,952 के लेवल पर बंद हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 1,822 शेयर चढ़े और 2,010 शेयर टूटे. 113 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ. लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले शेयर मार्केट में आया उछाल इस बात का संकेत है कि बीजेपी का सपोर्ट बेस पहले की तुलना में बड़ा है.
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हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने NDTV के साथ खास इंटरव्यू में शेयर मार्केट पर बात की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयर आजकल दौड़ रहे हैं. इन्वेस्टर्स जितना अधिक शेयर बाजारों में निवेश करेंगे, उतना ही अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि 4 जून को जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आ जाएगे, तो उसके बाद शेयर बाजारों में जोरदार उछाल देखने को मिलेगा.
अमेरिका के इलेक्शन साइंटिस्ट ने भी किया NDA की जीत का दावा
यही नहीं, अमेरिका के इलेक्शन साइंटिस्ट और एक्सपर्ट इयॉन ब्रेमर ने भी NDTV के सहयोगी चैनल NDTV प्रॉफिट से बातचीत में तीसरी बार मोदी सरकार के बनने का अनुमान जताया था. उन्होंने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 305 (+/-10) सीटें मिलेंगी. ब्रेमर के मुताबिक, 2024 के चुनाव में बीजेपी को अधिकतम 315 और न्यूनतम 295 सीटें मिल सकती हैं.
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RBI सरप्लस ट्रांसफर भी एक वजह
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के केंद्र सरकार को 2.10 लाख करोड़ रुपये का डिविडेंड के ऐलान ने भी बाजार में जोश भरने का काम किया. RBI बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024 के लिए सरकार को रिकॉर्ड 2,10,874 करोड़ रुपये के सरप्लस ट्रांसफर को मंजूरी दी है. पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में RBI ने सरकार को 87,416 करोड़ का सरप्लस ट्रांसफर किया था. यानी, ये पिछले साल से 1.23 लाख करोड़ रुपये ज्यादा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
ICRA की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा, "बजट से ज्यादा RBI का सरप्लस ट्रांसफर वित्त वर्ष 2025 में भारत सरकार के संसाधन को बढ़ावा देने में मदद करेगा. इससे वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतरिम बजट में किए गए व्यय की तुलना में बढ़े हुए व्यय या राजकोषीय समेकन (Fiscal Consolidation) की अनुमति मिलेगी. साथ ही पूंजीगत व्यय के लिए उपलब्ध धनराशि बढ़ाने से निश्चित रूप से राजकोषीय घाटा भी कम होगा."
बैंकिंग और ऑटो शेयरों में रही तेजी
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा तेजी बैंकिंग और ऑटो शेयरों में देखी गई. निफ्टी का ऑटो इंडेक्स 2.25% और बैंक इंडेक्स में करीब 2.06% की तेजी के साथ बंद हुआ. आईटी और रियल्टी इंडेक्स 1% से ज्यादा चढ़े हैं. वहीं, फार्मा में गिरावट रही.