रामजी के नाम से नहीं, काम से मनुष्य ऊपर उठता है : दत्तात्रेय होसबाले

दत्तात्रेय होसबाले ने आजादी के नायकों के सपनों को समझने की नसीहत देते हुए कहा कि उस सपने को हम समझे, उसको साकार करने के लिए आवश्यक प्रयत्न जीवन में करके दिखाएं. 

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि सिर्फ भारत माता की जय बोलने से देश भक्ति नहीं होती. (फाइल)
सुल्तानपुर (उप्र) :

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘रामजी (भगवान राम) के नाम से नहीं, रामजी के काम से मनुष्य ऊपर उठता है. हां इतना जरूर हैं कि रामजी के काम करते हुए रामजी का नाम लेना पड़ता हैं.'' यहां मकर संक्रांति पर्व के सिलसिले में शुक्रवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए आरएसएस पदाधिकारी ने कहा कि सिर्फ भारत माता की जय बोलने से देश भक्ति नहीं होती, इसके लिए निःस्वार्थ सेवा जरूरी है. 

अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शुक्रवार को स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि यदि श्रीकृष्ण की महानता, श्रीराम की श्रेष्ठता को अपने जीवन में स्थान नहीं देना है तो केवल रामजी की श्रेष्ठता बताने से कुछ नहीं होगा, जैसे भारत माता की जय बोलने से देश भक्ति नहीं होती. उन्होंने कहा कि भारत माता के जयकारे के लिए जीवन में प्रामाणिता से निस्वार्थ सेवा जरूरी है, तभी भारत माता की जय बोलने के लिए नैतिक अधिकार मिलेगा. 

उन्होंने कहा कि हमने एक हजार वर्ष के संघर्ष से कई प्रकार के अनुभव खोये, अपमान सहन किये, दमन चक्र चला, गुलाम बनकर रहें; हमारे पूर्वजों ने कितने प्रकार के कष्ट को सहन किया, त्याग और बलिदान करके इस देश को स्वतंत्र बनाने के लिए प्रयत्न किया. 

होसबाले ने आजादी के नायकों के सपनों को समझने की नसीहत देते हुए कहा कि उस सपने को हम समझे, उसको साकार करने के लिए आवश्यक प्रयत्न जीवन में करके दिखाएं. 

उन्‍होंने कहा कि भारत के अन्दर बुद्धि, प्रतिभा की कमी नहीं है बल्कि अपने लोगों में उत्साह भरने व चेतना जागृत करने के लिए हमारे देश के महापुरुषों की मालिका (माला) दुनिया के किसी भी देश की सभ्यता से सौ गुना अधिक है. 

इसके पहले बृहस्‍पतिवार को यहां पहुंचने पर होसबाले ने कहा कि देश में जब भी संकट आया संघ के स्वयंसेवकों ने आगे बढ़कर पीड़ितों की सेवा की. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :

* "संघ का आदर्श भगवा ध्वज, कोई व्यक्ति नहीं": RSS प्रमुख मोहन भागवत
* "...इतिहास उनके चश्मे से लिखा गया" : अमित शाह ने कहा-"...लेकिन अब हमें कोई नहीं रोक सकता"
* मुस्लिमों पर मोहन भागवत के बयान को लेकर CPM ने साधा निशाना

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Supreme Court का ऐतिहासिक फ़ैसला, हर निजी संपत्ति पर कब्ज़ा नहीं कर सकती सरकार | Khabron Ki Khabar