73rd Republic Day: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर देश की सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक झलक देखने को मिली.
73rd Republic Day: आज देश 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर ऐतिहासिक राजपथ पर आयोजित वार्षिक परेड में देश की सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक झलक देखने को मिली. इस साल की परेड का मुख्य आकर्षण 75 विमानों और हेलीकॉप्टरों का फ्लाईपास्ट है. समारोह में पहुंतने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी.
- राजपथ पर जब PM मोदी पहुंचे तो वह आकर्षण का अलग केंद्र बनते दिखे. उनका ड्रेस लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था. उन्होंने आज उत्तराखंड की टोपी पहन रखी है, जिस पर ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है. यह उत्तराखंड का राजकीय पुष्प है. पीएम मोदी जब केदारनाथ में पूजा करने पहुंचे थे, तब उन्होंने यही फूल चढ़ाए थे. पीएम मोदी ने मणिपुर का स्टॉल भी कंधे पर डाल रखा था.
- इससे पहले प्रधानमंत्री नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे, जहां उन्होंने देश के लिए अलग-अलग युद्धों और सैन्य ऑपरेशनों में शहीद हुए करीब 26000 जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम मोदी ने वहां रखे विजिटर बुक में हस्ताक्षर किए.
- नेशनल वॉर मेमोरियल से पीएम सीधे राजपथ पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का हाथ जोड़कर स्वागत किया. इसके बाद ध्वजारोहण हुआ और राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय तिरंगे को 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके बाद परेड की शुरुआत हुई.
- इस मौके पर सेना के चार एमआई-17 और एक वी-5 हेलीकॉप्टर ने तिरंगे और तीनों सेना के झंडों के साथ आसमान से राजपथ पर फूल बरसाए. इसका दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था.
- ध्वजारोहण के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के ASI बाबू राम को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया. पूंछ के रहने वाले बाबू राम ने 29 अगस्त 2020 को श्रीनगर के पंथा चौक पर आतंकी हमले में घिरे पहले लोगों को उनके घरों से सुरक्षित निकाला, फिर अपने साथी को बचाया था और तीन आतंकियों को मार गिराया था. इस दौरान वे शहीद हो गए.
- राजपथ पर जोशीले धुनों के बीच 'नारी शक्ति' की झलक भी देखने को मिली, जब राफेल की एकमात्र महिला फाइटर शिवांगी सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी. इसके अलावा राजपथ पर देश की विविध संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए अलग-अलग राज्यों की झांकी भी प्रदर्शित की गई.
- इस वर्ष का उत्सव महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ है, जिसे पूरे देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है. इस वर्ष के समारोह में राष्ट्रीय कैडेट कोर का 'शहीदों को शत शत नमन' कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
- राष्ट्रव्यापी नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए लगभग 480 नर्तकों ने परेड में प्रस्तुति दी.
- इस साल परेड आधा घंटा की देरी से 10.30 बजे शुरू हुआ जो 12 बजे तक चलेगा. कोविड की वजह से राष्ट्रीय आयोजन को 90 मिनट तक सीमित कर दिया गया है. राजपथ पर परेड के समय उसकी लंबाई, आकार आदि में भी कटौती की गई है.
- 29 जनवरी को विजय चौक पर 'बीटिंग रिट्रीट' समारोह के लिए एक ड्रोन शो की योजना बनाई गई है जिसमें एक हजार स्वदेश निर्मित ड्रोन शामिल होंगे.
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