अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तमाम राम भक्तों के उत्साह के बीच कन्नौज के इत्र कारोबारियों ने रामलला को महकाने के लिये खास सुगंध तैयार की हैं. आगामी 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त में पूजा के दौरान प्रयोग करने के लिये इसे मंदिर निर्माण न्यास को भेंट किया जाएगा. ‘कन्नौज अतर्स एण्ड परफ्यूम्स एसोसिएशन' के अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने बुधवार को बताया कि कन्नौज में सभी छोटे-बड़े इत्र व्यवसायियों ने मिलकर कुछ खास खुशबुएं तैयार की हैं जिन्हें रामलला की सेवा में आज अयोध्या भेजा जाना है.
उन्होंने बताया कि एक रथ पर विभिन्न प्रकार के इत्र और सुगन्धित जल को एकत्र करके नगर में भ्रमण कराकर अयोध्या के लिए रवाना किया जायेगा. त्रिवेदी ने बताया कि इन खास तरह के इत्र और खुशबूदार जल को आगामी 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त में पूजा के दौरान प्रयोग करने के लिये मंदिर का निर्माण करा रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेंट किया जाएगा. उन्होंने बताया, “ कन्नौज में गुलाब के फूलों से निर्मित गुलाब जल बनाकर तैयार किया गया है जिससे रामलला स्नान करेंगे. उसके बाद रामलला कन्नौज के मशहूर इत्र अतर मिट्टी, अतर मोतिया, रूह गुलाब, चंदन के तेल और हिना से सुगन्धित होंगे.”
त्रिवेदी ने बताया, “ इतना ही नहीं, कन्नौज के इत्र व्यवसायियों ने सर्दी को ध्यान में रखते हुए अपने रामलला के लिए अतर शमामा भी बनाया है जो ठंड से बचाने में मदद करता है. इस खास इत्र को बनाने में जड़ी बूटियों का मिश्रण भी प्रयोग किया गया है.” उन्होंने कहा कि कन्नौज का इत्र सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पूरे मंदिर प्रांगण को भी अपनी खुशबू से महकाएगा. अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समारोह आयोजित किया जाएगा. इसके लिये तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अनेक नामी-गिरामी हस्तियों को निमंत्रण दिया गया है.
इस बीच, एटा से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, घुंघरू और घंटी नगरी कहे जाने वाले जलेसर के लोगों की तरफ से मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को 2100 किलोग्राम का एक घंटा सौंपा गया है. इस घंटे का निर्माण कराने वाले उद्योगपति विकास मित्तल ने बताया कि रथ यात्रा करते हुए जलेसर से अयोध्या गए करीब 500 रामभक्तों ने मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें यह घंटा सौंपा. उन्होंने दावा किया कि एक बार बजाने पर इस घंटे की आवाज 10 किलोमीटर दूर तक सुनायी देगी. उन्होंने बताया कि इस घंटे का निर्माण अष्टधातु से किया गया है और इसकी कीमत लगभग 25 लाख रुपये है.
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