रविवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने प्रयागराज में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तारीफ करते हुए कहा कि वो घर के बुजुर्ग की तरह प्यार दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि इस पवित्र नगरी में आकर बहुत खुशी हुई. यहां के लोग अपने बड़े दिल के लिए जाने जाते हैं. बता दें कि प्रयागराज में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के शिलान्यास समारोह में CJI एनवी रमना ने हिंदी में ये बात कही. हालांकि इसके बाद उन्होंने कहा कि वो सिर्फ एक कक्षा में ही हिंदी पढ़े हैं इसलिए ज्यादा बात नहीं कर पाएंगे. इस दौरान CJI रमना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के प्रति सम्मान दिखाया.
उन्होंने कहा, “जब से मैं आज सुबह दिल्ली के हवाई अड्डे पर माननीय राष्ट्रपति से मिला, एक परिवार के बुजुर्ग की तरह, वह मुझ पर अपना प्यार और स्नेह बरसाते रहे हैं. माननीय राष्ट्रपति ने मुझे अपने कार्यकाल के दौरान लखनऊ और इलाहाबाद के शहरों का दौरा करने के लिए कहा है. मैं इन दो ऐतिहासिक शहरों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए उनके इस तरह के भाव के लिए बहुत आभारी हूं.
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि एक पूर्व वकील के रूप में वह कानूनी समुदाय के लोगों के सामने आने वाली परेशानियों और कठिनाइयों को समझते हैं और हमारे सामने आने वाले किसी भी मुद्दे को हल करने के प्रयास में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाते हैं. न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का स्थानीय भाषाओं में अनुवाद करना उनका विचार था, जिसे अब लागू कर दिया गया है. जब भी हम मिलते हैं, वह हमेशा कानूनी बिरादरी के कल्याण के बारे में पूछते हैं, और हमेशा वंचितों के लिए कानूनी सहायता प्रणाली में सुधार करने के बारे में सोचते हैं.
वहीं, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की एक बार फिर तारीफ करते हुए CJI ने कहा कि वो बहुत डॉयनामिक मंत्री हैं. मैं न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए न्यायिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में उनके दृष्टिकोण की सराहना करता हूं. पहले मुझे लगा कि वह कुलीन पृष्ठभूमि से है, लेकिन आज सुबह मुझे उनसे पता चला कि वह भी ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं वह आम लोगों की मुश्किलों को समझते हैं.
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हालांकि CJI रमना ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित आपराधिक मामलों का मुद्दा भी उठाया और कहा कि बार और बेंच मिलकर इसके लिए काम करें.
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