पश्चिम बंगाल के रानीगंज में पिछले हफ्ते 7 लुटेरों का गैंग एक ज्वैलरी शॉप में डाका डालने पहुंचा था. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वहां एक बहादुर पुलिस अधिकारी मौजूद है. पुलिस अधिकारी ने सातों का अकेला मुकाबला करते हुए 4 करोड़ रुपये की लूट की कोशिश को नाकाम कर दिया. दुकान के बाहर लगे CCTV में पुलिसकर्मी और लुटेरों के बीच हुई फायरिंग की घटना कैद हो गई. फुटेज में सब-इंस्पेक्टर मेघनाद मंडल बिजली के खंभे के पीछे से लुटेरों का बहादुरी से सामना करते देखे जा सकते हैं.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर फायरिंग की कहानी का जिक्र किया है. पुलिस ने बताया कि लूट का आधा हिस्सा छोड़कर भागने से पहले कम से कम 20 राउंड फायरिंग की गई थी. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बाकियों की तलाश जारी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना रविवार दोपहर की है. पिस्तौल, मशीन गन और राइफल से लैस सात नकाबपोश लुटेरे एक ज्वैलरी शॉप में घुस गए थे. डकैतों को देखकर शॉप के मालिक और वहां मौजूद कस्टमर डर गए. कुछ ही मिनटों में लुटेरों ने 4 करोड़ रुपये से अधिक के जेवरों पर हाथ साफ कर दिया.
पुलिस चौकी के प्रभारी मंडल अपने किसी काम से वहीं पास में मौजूद थे. वह सिविल वर्दी में थे, लेकिन उनके पास सर्विस रिवॉल्वर थी. पुलिस अधिकारी ने दुकान के पास कुछ संदिग्ध हरकतें देखी. लोगों के चेहरे पर डर दिख रहा था. इससे उन्हें कुछ गड़बड़ होने का शक हुआ.
फिर दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. अगले 30 सेकंड तक पुलिस अधिकारी ने लुटेरों की फायरिंग का बहादुरी से सामना किया. पुलिस अधिकारी ने खंभे के पीछे पोजिशन लेते हुए लुटेरों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. उनकी एक गोली से एक लुटेरा जख्मी होकर जमीन पर गिर गया. इसके बाद दूसरे लुटरों ने भी फायरिंग शुरू कर दी.
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मंडल डटे रहे और निडरता से लुटेरों की फायरिंग का जवाब देते रहे. अधिकारी की बहादुरी से डरकर लुटेरों ने वहां से निकल भागने का फैसला किया. अपने जख्मी साथी को बाइक पर बैठाकर लुटेरे 1.8 करोड़ रुपये की ज्वैलरी लेकर वहां से फरार हो गए.
इस बीच, लुटेरों ने एक कार ड्राइवर पर फायरिंग की और गाड़ी समेत लोगों को अगवा कर लिया. फायरिंग में ड्राइवर और एक राहगीर जख्मी हो गए. इस बीच झारखंड पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने कार को जब्त करते हुए एक आरोपी सूरज सिंह को हिरासत में ले लिया.
आगे की जांच में पुलिस को सोनू सिंह तक पहुंचाया गया, ये वही लुटेरा था जो कि पुलिस अधिकारी की फायरिंग में जख्मी हो गया था. उसे सोमवार को बिहार के सीवान से अरेस्ट किया गया. बंगाल पुलिस ने बताया कि वे दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं. दूसरों को भी जल्द की पकड़ लिया जाएगा. पुलिस ने साथ ही भरोसा जताया कि लूट का माल भी बरामद कर लिया जाएगा.
पुलिस अधिकारी मंडल की बहादुरी का किस्सा हर किसी की जुबान पर हैं. जब लोग उनसे किस्सा सुनाने के लिए कहते हैं तो उनका जवाब मुस्कुराहट के साथ होता है, "मैंने बस अपना फर्ज निभाया."
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