अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा : BJP ने विपक्ष पर साधा निशाना, कांग्रेस बोली- PM का मौनव्रत तोड़ेंगे

विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में मंगलवार से चर्चा की शुरुआत हो चुकी है. आज शुरू हुई बहस 10 अगस्त तक चलेगी. पीएम नरेंद्र मोदी 10 अगस्त की शाम 4 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे.

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लोकसभा में 10 अगस्त तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी.

नई दिल्ली:

विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में मंगलवार से चर्चा की शुरुआत हो चुकी है. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने की. बीजेपी की तरफ से निशिकांत दुबे ने उन्हें जवाब दिया. दुबे ने इस दौरान राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. वहीं, किरेन रिजीजू ने विपक्षी गठबंधन INDIA पर तंज कसे. रिजीजू ने कहा- "ये लोग भारत विरोधी काम करेंगे और अपने गठबंधन का नाम 'INDIA' रख लेंगे."

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की 10 बातें:-
  1. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की. उन्होंने 35 मिनट भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा से लेकर विदेश नीति तक के मुद्दे पर सरकार को घेरा. गोगोई ने कहा कि प्रस्ताव लाने का मकसद पीएम का मौन तोड़ना है. 
  2. बीजेपी की तरफ से झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने जवाब दिया. निश‍िकांत दुबे ने कांग्रेस की पूर्व अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के नाम पर चुटकी ली. दुबे ने राहुल गांधी को भी घेरा. उन्होंने विपक्ष से कहा, "हम पहले सुन रहे थे कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए राहुल गांधी आएंगे, लेकिन वह नहीं आए. शायद देर से उठे होंगे."
  3. गौरव गोगोई ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं गए. पीएम ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया. गुजरात में चुनाव से पहले दो बार मुख्यमंत्री बदल दिए, उत्तराखंड, त्रिपुरा में भी मुख्यमंत्री बदल दिए. लेकिन मणिपुर के मुख्यमंत्री को विशेष आशीर्वाद क्यों?
  4. सदन में चर्चा करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग कह रहे थे कि हमें राजस्थान पर चर्चा करना चाहिए, जहां महिलाओं के साथ जघन्य अपराध हो रहे हैं. गुजरात की चर्चा करनी चाहिए, छत्तीसगढ़ की चर्चा करनी चाहिए. अगर ऐसा है तो मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की भी जरूर चर्चा होनी चाहिए. 
  5. इस दौरान किरेन रिजीजू ने विपक्षी गठबंधन पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, "एक दौर वो भी था जब यही कांग्रेस पार्टी TMC नेता ममता बनर्जी को ढंग से बोलने भी नहीं देते थे. नॉर्थ ईस्ट के सांसदों को संसद में बोलने तक नहीं देते थे. पूर्वोत्तर राज्य को यह कांग्रेस भारत का हिस्सा तक नहीं मानती थी. ये लोग भारत विरोधी काम करेंगे और अपने गठबंधन का नाम 'INDIA' रख लेंगे."
  6. किरेन रिजीजू ने कहा,  मैं पीएम मोदी के साथ संसद में पहले कार्यकाल से काम कर रहा हूं. ये पीएम मोदी ही थे जिन्होंने आते ही हमें स्पष्ट कहा था कि हमें नॉर्थ ईस्ट के विकास को रफ्तार देनी है. हम हर 15 दिनों में राज्य का दौरा करते हैं. हम ग्राउंड पर जाने वाले लोग हैं. ऐसे हमने मणिपुर की समस्या को जाना और फिर सुधारने की कोशिश की है." 
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  8. एनसीपी की सुप्रिया सुले ने लोकसभा में मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब में सरकार के बारे में सोचती हूं, मेरे दिमाग में जो ख्याल आता है. वह है घमंड. सरकार से हमेशा घमंड झलकता है. ये भाजपा वाले हमेशा बात करते हैं, नव रत्न, नो साल. लेकिन इन 9 सालों में बीजेपी ने क्या किया. सिर्फ राज्य सरकारें गिराईं. महंगाई बढ़ाई. जुमला दिया.
  9. संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान संसद टीवी पर सरकार की उपलब्धियों को लेकर टिकर चलने पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया. टिकर में सरकार की उपलब्धियां दिखाई जा रही थीं. विपक्ष के हंगामे के बाद टिकर से सरकार की उपलब्धियां हटाई गईं. इसके बाद विपक्ष के सदस्य शांत हुए. 
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  11. विपक्षी गठबंधन INDIA की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने 26 जुलाई को मोदी सरकार के खिलाफ इस प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया था. 2014 से ये दूसरी बार है जब मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.
  12. अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सरकार की तरफ से पांच मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, ​​​​ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजिजू बोलेंगे. बहस में दस अन्य बीजेपी सांसद भी हिस्सा लेंगे.
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