इजरायल और हमास के बीच बीते छह दिनों से युद्ध जारी है. दोनों ही तरफ से अभी भी एक दूसरे पर रॉकेट दागे जा रहे हैं. इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के बीच NDTV ने भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत रॉन मल्का से इस युद्ध को लेकर खास बातचीत की. NDTV से बातचीत के दौरान रॉन मल्का ने कहा कि हमास एक "कट्टरपंथी समूह है जिसने गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों को बंधक बना लिया है और उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
मल्का ने NDTV से कहा कि गलती ना करें... हमास फिलिस्तीन नहीं है. ये इस्लाम भी नहीं है. ये वो लोग हैं जिनका ब्रेन वॉश कर दिया गया है. जिन लोगों का ब्रेन वॉश हो जाता है वो ही नवजात, छोटे बच्चे और बुजुर्गों पर इस तरह का हमला करते हैं. इसी वजह से अब इजरायल की सरकार हमास को पूरी तरह से खत्म करने का मन बना चुकी है.
जो भी करने की जरूरत होगी हम वो करेंगे. लेकिन हमास को खत्म करना होगा. वो किसी भी मानवता का हिस्सा नहीं हो सकते. मल्का ने कहा कि वो एक मौलिक संगठन हैं. यह आज़ाद दुनिया और कट्टरपंथियों के बीच एक युद्ध है... आज़ाद दुनिया अपने सिद्धांतों और मूल्यों के लिए लड़ रही है.
हमले शुरू होने के बाद से दोनों तरफ 4,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. बता दें कि रॉकेटों की घातक बौछार ने इज़राइल की प्रसिद्ध आयरन डोम हवाई रक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया और कुछ ही घंटों में सैकड़ों लोगों की जान ले ली. आयरन डोम की विफलता पर मल्का ने एनडीटीवी से कहा कि हम बाद में इसकी जांच करेंगे. हम आश्चर्यचकित रह गए थे... लेकिन अब हम आश्चर्यचकित नहीं हैं. हम अब तैयार हैं. इजरायली लोगों की भावना और एकता का कोई जवाब नहीं है.