ईरान और पाकिस्तान के हमलों में करीब 11 लोगों की जान चली गई. ईरान और पाकिस्तान के हमलों ने पश्चिम एशिया के अस्थिर क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है. यहां पहले से ही गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध और यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से तनाव है. अब पाकिस्तान और ईरान के हमलों से एक बार फिर से चिंता बढ़ गई है. गुरुवार को पाकिस्तान के हमलों में ईरान में 9 लोगों की मौत हो गई. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान में 3 लोगों की जान चली गई थी. इस घटना के बाद जानें अलग-अलग देशों का रुख.
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तेहरान का कहना है कि उसने "आतंकवादी समूह" जैश अल-अदल द्वारा संचालित शिविरों को निशाना बनाया. वहीं इस्लामाबाद का कहना है कि ईरान ने राष्ट्रों के बीच साझा सीमा पर बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी समूहों पर हमला किया. वहीं आज ईरान के हमलों पर अमेरिका ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसने पाकिस्तान के अलावा पड़ोसी देश इराक और सीरिया पर भी मिसाइल और ड्रोन से हमले किए. ईरान के हमलों पर चीन और भारत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. बीजिंग ने दोनों पक्षों से "संयम" बरतने का आह्वान किया तो वहीं नई दिल्ली ने इसे दोनों देशों का आपसा मामला बताकर खुद को इससे अलग कर लिया.
ईरान-पाकिस्तान हमलों पर भारत ने क्या कहा?
ईरान की पाकिस्तान पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह यह समझते हैं कि देश "आत्मरक्षा" में इस तरह कार्रवाई करते हैं. इस बयान के साथ भारत ने खुद को इससे अलग कर लिया.
अमेरिका ने ईरान-पाकिस्तान हमलों पर क्या कहा?
अमेरिकी विदेश विभाग ने 48 घंटों में तीन देशों की संप्रभु सीमाओं का उल्लंघन करने के लिए ईरान की आलोचना की. राज्य विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, "एक तरफ ईरान इस क्षेत्र में आतंकवाद का मुख्य वित्तपोषक है, और दूसरी तरफ, वह दावा करता है कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ये कार्रवाई की."
चीन ने ईरान-पाकिस्तान हमलों पर क्या कहा?
वहीं चीन इस मामले में न्यूट्रल पोजीशन में है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया से कहा, "हम दोनों पक्षों से तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाइयों से बचने और संयुक्त रूप से क्षेत्र को शांति बनाए रखने का आह्वान करते हैं." चीन, शायद, इस जंक्शन पर मुश्किल स्थिति में है, क्योंकि पाकिस्तान के साथ उसके घनिष्ठ संबंध हैं और ये भी सच है कि वह ईरान से बड़ी मात्रा में तेल आयात करता है.
ईरान, पाकिस्तान ने क्या कहा?
ईरान पर आज सुबह हुए पाकिस्तान के हमले पर इस्लामाबाद ने कहा कि "आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ विशेष रूप से लक्षित सटीक सैन्य हमले किए गए. इस हमले में कई आतंकी मारे गए." पाकिस्तान ने कहा कि वह ईरान में पाकिस्तान मूल के आतंकियों की सुरक्षित पनाह को लेकर पहले भी चिंता जताई थी. लेकिन एक्शन न होने की वजह से ये आतंकी निर्दोष पाकिस्तानियों का खून बहा रहे हैं.