NCB, नौसेना ने ज़ब्त की ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप, पांच विदेशी नागरिक गिरफ़्तार

बताया जा रहा है कि पकड़ी गई 3300 किलो ड्रग्स में 3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 25 किलोग्राम मॉर्फिन है. नौसेना का कहना है कि हाल के दिनों में यह अपनी तरह की सबसे बड़ी बरामदगी है.

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ड्रग्‍स की अब तक की सबसे बड़ी खेप बरामद...
नई दिल्‍ली:

नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप बरामद की है. भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के दौरान अलग-अलग तरह की 3300 किलो ड्रग्स बरामद की गई है. साथ ही 5 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर 3000 किलो ड्रग्स बरामद हुई थी. एनसीबी आज इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस करेगी.

बताया जा रहा है कि पकड़ी गई 3300 किलो ड्रग्स में 3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 25 किलोग्राम मॉर्फिन है. नौसेना का कहना है कि हाल के दिनों में यह अपनी तरह की सबसे बड़ी बरामदगी है. इस मामले में पकड़े गए विदेशी पाकिस्‍तानी बताए जा रहे हैं. निगरानी मिशन पर P8I LRMR विमान के इनपुट के आधार पर इंडियन नेवी मिशन पर तैनात जहाज को तस्करी में लगे संदिग्ध को रोकने के लिए डायवर्ट किया गया था. उन्होंने बताया कि नौसेना ने चालक दल के सदस्यों को मंगलवार को पकड़ा गया, जिन्हें कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया.

भारतीय नौसेना के मुताबिक, पकड़ी गई ड्रग्‍स ईरान से लाई जा रही थी. इसकी सूचना मिलने के बाद भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ एक संयुक्त अभियान को अंजाम दिया गया. जांच के दौरान शिप से करोड़ो रुपये का ड्रग्स बरामद किया गया. कार्रवाई करते हुए नाव में सवार 5 क्रू मेंबर्स को कब्जे में लिया गया. पकड़े गए जहाज से हिरासत में लिए गए पांचों आरोपियों के पाकिस्तानी होने की आशंका है.

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नौसेना के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, "भारतीय नौसेना ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के साथ एक संयुक्त अभियान में लगभग 3300 किलोग्राम प्रतिबंधित सामग्री (3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम ‘मेथामफेटामाइन' और 25 किलोग्राम मॉर्फीन) ले जा रही एक संदिग्ध नौका को पकड़ा. हाल के दिनों में जब्त की गई मादक पदार्थों की यह सबसे बड़ी खेप है." पोस्ट में कहा गया, "निगरानी मिशन पर तैनात पी81एलआरएमआर विमान की ओर से इस बारे में सूचना मिली और एनसीबी ने भी इसकी पुष्टि की, जिसके बाद भारतीय नौसेना के मिशन तैनात युद्धपोत को संदिग्ध नौका रोकने और पकड़ने के लिए मोड़ दिया गया."

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