सुसाइड नोट के अलावा महंत नरेंद्र गिर‍ि ने मोबाइल पर वीडियो स्‍टेटमेंट भी किया था रिकॉर्ड : पुलिस सूत्र

पुलिस सूत्रों के मुताबिक उनके मोबाइल की जांच से पता चला कि मौत से पहले अपना आखिरी बयान रिकॉर्ड करने में कोई चूक न हो इसलिए नरेंद्र गिरी ने एक दो बार टेस्टिंग के लिए भी अपनी वीडियो रिकॉर्ड कर चेक किया था कि वीडियो रिकॉर्डिंग ठीक हो रही है या नहीं.

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महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में यूपी सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है

प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है. महंत नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट लिखने के अलावा खुदकुशी से एक घंटे पहले अपने मोबाइल फ़ोन में अपना 4.5 मिनट का एक वीडियो स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है जिसमें खुदकुशी की वजहें बताई हैं. ऐसा पुलिस के सूत्रों का कहना है, इसलिए उनके सुसाइड नोट के असली या नकली होने की बहस बेमानी हो जाती है.  सूत्रों के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि को मोबाइल फ़ोन में सेल्फी लेने या वीडियो रिकॉर्ड करना नहीं आता था लेकिन खुदकुशी से एक दिन पहले इतवार यानी 19 तारीख को उन्होंने अपने भरोसेमंद शिष्य सर्वेश द्विवेदी उर्फ बबलू को बुलाया और उससे मोबाइल में वीडियो रिकॉर्डिंग सीखी थी.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक उनके मोबाइल की जांच से पता चला कि मौत से पहले अपना आखिरी बयान रिकॉर्ड करने में कोई चूक न हो इसलिए नरेंद्र गिरी ने एक दो बार टेस्टिंग के लिए भी अपनी वीडियो रिकॉर्ड कर चेक किया था कि वीडियो रिकॉर्डिंग ठीक हो रही है या नहीं.रिकॉर्डिंग की क्वालिटी से संतुष्ट होने के बाद उन्होंने अपनी ज़िंदगी का आखिरी बयान रिकॉर्ड किया.सूत्रों के मुताबिक अपने वीडियो स्टेटमेंट में भी महंत नरेंद्र गिरि ने बताया है कि उन्हें अंदेशा है कि उनका शिष्‍य आनंद गिरी किसी लड़की या महिला के साथ उनकी तस्वीर ग़लत तरीके से जोड़ कर वायरल करना चाहता है.इससे उनकी बदनामी होगी.नरेंद्र गिरि ने वीडियो बयान कहा है कि वह इतना परेशान हो चुके हसीन कि अब उन्हें जीने का कोई मक़सद नज़र नहीं आता.उन्होंने इसमें भी अपनी खुदकुशी के लिए अपने शिष्य आनंद गिरि, बड़े हनुमान जी के मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को ज़िम्मेदार बताया है. 

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनका  मोबाइल फ़ोन पुलिस ने उनके कमरे से बरामद किया था.उनके फ़ोन को पुलिस ने सील कर दिया है,जिसकी फॉरेंसिक जांच की जानी है. पुलिस ने स्वामी आनंद गिरि ,आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के भी मोबाइल फ़ोन अपने कब्जे में लिए हैं.नौ हजार रुपये महीने पर मंदिर में नौकरी करने वाले संदीप तिवारी सैमसंग गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा फ़ोन इस्तेमाल करता था जिसकी कीमत एक लाख से ज़्यादा है.आनंद गिरी को जानने वाले बताते हैं कि आनंद गिरि तो उस वक़्त से आई फ़ोन इस्तेमाल कर रहे हैं जब हिंदुस्तान में आई फ़ोन लांच भी नहीं हुआ था.आनंद गिरी देश में आई पैड इस्तेमाल करने वाले पहले लोगों में थे.

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