क्या है नैनो-उर्वरक सब्सिडी योजना, जिसको आज अमित शाह करेंगे लॉन्च

नैनो-उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए 100-दिवसीय कार्य योजना के हिस्से के रूप में, सरकार का लक्ष्य 413 जिलों में नैनो डीएपी (तरल) के 1,270 प्रदर्शन और 100 जिलों में नैनो यूरिया प्लस (तरल) के 200 परीक्षण आयोजित करना है.

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केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह आज नैनो-उर्वरकों की खरीद के लिए किसानों को 50 प्रतिशत सहायता प्रदान करने वाली केंद्रीय योजना की शुरूआत करेंगे. योजना ‘एजीआर-2' को गुजरात के गांधीनगर में एक सम्मेलन में पेश किया जाएगा. यह कार्यक्रम 6 जुलाई यानी आज102वें अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस और केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के तीसरे स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित होगा.

कार्यक्रम के दौरान अमित शाह योजना के तहत तीन किसानों को सहायता का भुगतान करेंगे और नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित 'भारत ऑर्गेनिक गेहूं आटा' की पेशकश करेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हाल ही में वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है. इस लिहाज से सम्मेलन का अतिरिक्त महत्व है.

 413 जिला के किसानों को मिलेगी लाभ
नैनो-उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए 100-दिवसीय कार्य योजना के हिस्से के रूप में, सरकार का लक्ष्य 413 जिलों में नैनो डीएपी (तरल) के 1,270 प्रदर्शन और 100 जिलों में नैनो यूरिया प्लस (तरल) के 200 परीक्षण आयोजित करना है. सरकार के इस पहल से पर्यावरण अनुकूल खेती के तरीकों को बढ़ावा मिलने और कृषि क्षेत्र में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में कमी आने की उम्मीद है. 

वहीं, कार्यक्रम के दौरान, शाह योजना के तहत तीन किसानों को सहायता का भुगतान करेंगे और नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित 'भारत ऑर्गेनिक गेहूं आटा' की पेशकश करेंगे.

कब से मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस?
अंतर्राष्ट्रीय सहकारी दिवस, अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन द्वारा 1923 से जुलाई के पहले शनिवार को मनाया जाने वाला सहकारी आंदोलन का एक वार्षिक उत्सव है. 16 दिसंबर 1992 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव 47/90 में घोषणा की कि "जुलाई 1995 के पहले शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारी दिवस मनाया गया, जो अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन की स्थापना की शताब्दी का प्रतीक है. 1995 से संयुक्त राष्ट्र का अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस अंतर्राष्ट्रीय सहकारी दिवस के साथ संयुक्त रूप से मनाया जाता है.

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