मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात को एक अच्छी पहल बताया, हालांकि उसने कहा कि 'टीएमसी भाजपा विरोधी से ज्यादा वाम विरोधी है.' माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि हर राज्य में राजनीतिक परिदृश्य की अपनी विशिष्टता होती है, और यह (विशिष्टता) अखिल भारतीय स्थिति से अलग होती है. कुमार के साथ बनर्जी की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर सलीम ने कहा, “यह एक अच्छी पहल है.” हालांकि, उन्होंने कहा कि टीएमसी के पिछले प्रदर्शन पर गौर करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, “तृणमूल भाजपा विरोधी से ज्यादा वामपंथ विरोधी है.” सलीम ने कहा कि वामपंथी और कांग्रेस कभी भी भाजपा के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे.
उन्होंने कहा कि अन्य दल या तो भाजपा के “सहयोगी, गुप-चुप सहयोगी या संभावित सहयोगी” हैं.
बनर्जी ने सोमवार को अपने कार्यालय में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की.
बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन बनाने की कवायद के सिलसिले में पिछले महीने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और जनता दल सेक्युलर के नेता एच.डी. कुमारस्वामी से मुलाकात की थी.
बनर्जी ने कुमार के साथ लगभग एक घंटे चली बैठक के दौरान लगभग 49 साल पहले शुरू किए गए समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण (जेपी) के ‘संपूर्ण क्रांति‘ आंदोलन की याद में बिहार में विपक्षी दलों की बैठक आयोजित करने का विचार रखा, जो “विपक्षी एकता का संदेश” देगी.
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