कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा समन किए जाने के विषय पर विपक्षी दल एकजुट नजर आ सकते हैं. सीबीआई द्वारा समन किए जाने के बाद कई विपक्षी नेताओं ने केजरीवाल के साथ एकजुटता प्रकट की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार शाम केजरीवाल को फोन किया और एकजुटता प्रकट की तथा दोनों नेताओं की यह राय थी कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए व्यापक विपक्षी एकजुटता होनी चाहिए.
केजरीवाल को सीबीआई ने रविवार को पूछताछ के लिए तलब किया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री उनके खिलाफ शुरू की गई ‘‘सभी कार्रवाइयों'' का ‘‘उचित समय'' पर जवाब देंगे. नीतीश ने कहा, ‘‘लोग जानते हैं कि उनके (केजरीवाल) खिलाफ क्या हो रहा है? वह एक जाने-माने व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने राज्य में कई विकास कार्य किए हैं. वह अपने खिलाफ शुरू की गई सभी कार्रवाइयों का उचित समय पर जवाब देंगे.''
उधर, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने शनिवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि आप नेता दोषी ठहराये जाने पर अदालत के खिलाफ भी एक मामला दायर करेंगे. विपक्षी नेताओं ने आम आदमी पार्टी के संयोजक के साथ ऐसे समय एकजुटता प्रकट की है, जब विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से प्रयास तेज हो गए हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ विपक्षी एकजुटता को लेकर विस्तृत चर्चा की थी. इसके बाद नीतीश कुमार ने केजरीवाल और वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी एवं डी राजा से मुलाकात की थी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी खरगे और राहुल गांधी के साथ विपक्षी एकजुटता को लेकर मंत्रणा की थी.
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