महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को शिवसेना नीत महाविकास आघाडी सरकार पर अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने और पुलिस विभाग का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया. राज्य विधानसभा में कानून व्यवस्था पर बोलते हुए फडणवीस ने सदन के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को एक पेन ड्राइव सौंपी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पेन ड्राइव में 125 घंटे की वीडियो रिकार्डिंग है, जिसमें यह देखा जा सकता है कि पुलिस और एमवीए (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस) के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को विशेष सरकारी वकील प्रवीण चव्हाण के कार्यालय में झूठे मामले में फंसाने के लिए किस तरह से साजिश रची.
उन्होंने दावा किया कि वीडियो फुटेज में यह देखा जा सकता है कि सरकारी वकील चव्हाण भाजपा नेता गिरिश महाजन को मकोका के तहत फंसाने और उनकी गिरफ्तारी के लिए मुख्यमंत्री से लेकर राज्य पुलिस महानिदेशक तक उच्चतम स्तर पर बैठकें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वकील यह दावा करते भी दिख रहे हैं कि राकांपा प्रमुख शरद पवार, फडणवीस और अन्य भाजपा नेता को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहते हैं और मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि महाजन के अलावा, चंद्रकांत पाटिल (महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख) , जयकुमार रावल, सुभाष देशमुख और सुधीर मुंगनतीवर निशाने पर थे. उन्होंने विषय की सीबीआई जांच की मांग की.
उन्होंने आरोप लगाया कि जलगांव भाजपा विधायक गिरिश महाजन को मराठा शिक्षण प्रसारक मंडल के 2018 के एक मामले में फंसाने के पूरे प्रकरण में राकांपा नेता एकनाथ खडसे संलिप्त थे. फडणवीस ने एमवीए सरकार पर पुलिस विभाग का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘यदि राजनीतिक विरोधियों को इस तरह से निशाना बनाया जाएगा तो लोकतंत्र नहीं बचेगा.''
नवाब मलिक के खिलाफ धन शोधन के मामले का जिक्र करते हुए फडणवीस ने कहा कि यह स्तब्ध कर देने वाला है कि एक कैबिनेट मंत्री मुंबई विस्फोट के एक आरोपी के साथ भूमि सौदे में शामिल थे.
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