लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश भर में तैयारी जारी है. सभी राजनीतिक दलों के अलावा चुनाव आयोग की तरफ से भी तैयारी हो रही है. देश के मिजाज को जानने के लिए NDTV इलेक्शन कार्निवल देश के कई शहरों में पहुंच रहा है. मेरठ, भरतपुर, लखनऊ, मैनपुरी होते हुए रविवार को यह अयोध्या पहुंचा. अयोध्या का नाम आता है तो 'राम राज्य' की बात भी आती है और हालिया दौर की राजनीति में 'राम राज्य' की परिकल्पना राजनीति और राजनेताओं को बहुत से संदेश भी दे जाती है. अयोध्या की राम की पैडी पर आयोजित एनडीटीवी के खास कार्यक्रम में महंत राजू दास ने राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में हुए बदलाव को बताया.
महंत राजू दास ने क्या कहा?
महंत राजू दास ने कहा कि यहां पहले रोजगार के अवसर नहीं थे. पहले कुछ ही जगह थे जैसे हनुमानगढ़ी, सरयू नदी, शंकर जी का मंदिर, राम जन्म भूमि का 5 प्रतिशत ही लाभ मिल रहा था. क्योंकि इतनी अधिक सुरक्षा थी कि लोग वहां तक पहुंच ही नहीं पाते थे. हनुमानगढ़ी तक 50 हजार लोग पहुंचते थे तो राम जन्म भूमि तक महज 5 हजार लोग ही पहुंच पाते थे. अब हर दिन 2 लाख से अधिक लोग आते हैं. देश दुनिया से लोग आ रहे हैं. इतने लोगों के आने से रोजगार के अवसर बढ़े हैं. कोई चंदन लगा रहा है, कोई कुछ समान बेच रहा है. हर कोई इसका लाभ उठा रहा है.
राम किसी पार्टी और संप्रदाय के नहीं : राजू दास
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि पहले अयोध्या में किसी भी तरह की कोई अर्थव्यवस्था, कोई व्यवसाय नहीं था. यहां तक की किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान भी नहीं दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि अलग अलग दलों में रहिए, कार्य कीजिए कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन सत्य, सनातन, संस्कृति और राष्ट्रवाद की बात आ जाए तो हर व्यक्ति को एक जगह होना चाहिए. भगवान राम किसी पार्टी, दल और संप्रदाय के नहीं है. भगवान राम सबके हैं, सबके थे और सबके रहेंगे. फर्क इतना है कि कौन अपना मानता है और कौन पराया मानता है. यही फर्क है.
समाज के हर तबके के लोगों ने लिया हिस्सा
अयोध्या की राम की पैडी पर आयोजित एनडीटीवी के खास कार्यक्रम में भाजपा नेता अवधेश पांडे, कांग्रेस नेता शरद शुक्ला और समाजवादी पार्टी के नेता दान बहादुर शामिल हुए. साथ ही कार्यक्रम में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास भी शामिल हुए. साथ ही कवि ताराचंद तन्हा और कवि शैलेंद्र पांडे मासूम ने अपनी कविताओं से मन मोहा तो स्थानीय कलाकार कीर्ति मिश्रा और अजनीश गुप्ता ने भजनों की प्रस्तति दी.
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