भोपाल ( Bhopal) के लाऊखेड़ी में सीवेज चैंबर में हुई मौत के मामले में नगर निगम ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है. प्रशासन ने माना है कि इंजीनियर और मजदूर बिना सुरक्षा उपकरणों और सुरक्षा मानकों के सीवेज में उतरे थे. कंपनी अंकिता कंस्ट्रक्शन की ओर से सुरक्षा के उपकरण नहीं दिए गए थे. साथ ही प्रशासन ने ये भी माना कि मृतक श्रमिक नाबालिग था. बता दें कि कल ही एनडीटीवी ने यह खबर दिखाई थी.
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रिपोर्ट के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पुलिस कमिश्नर को आपराधिक केस दर्ज करने के निर्देश दे दिये हैं. साथ ही मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपए की सरकारी मदद के आदेश देने का भी आदेश दिया है. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में करीब 20 फीट गहरे सीवेज टैंक (Sewage Tank) में उतरने पर दो लोगों की मौत हो गई थी.
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परिजनों के मुताबिक इंजीनियर के साथ जिस मजदूर की मौत हुई थी, उनमें 18 साल का एक किशोर था और अफसर बनना चाहता था. झाबुआ से कुछ किताबें खरीदने पिता के पास आया था. पिता पर बोझ ना पड़े, इसलिये वो 13 दिसंबर को चैंबर के काम के लिए चला गया था. बता दें कि सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिये थे.
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