"विधायकों को अपने गांव में 50 वोट भी नहीं मिले, यह कैसे संभव है": MP में मिली हार पर कांग्रेस नेता कमलनाथ

कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, जो मध्य प्रदेश के एक प्रमुख नेता भी हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है और कहा है कि "चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है."

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
बीजेपी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को करारी शिकस्त दी है.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • MP में बीजेपी को 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें मिलीं हैं
  • कांग्रेस को 66 सीटें और भारत आदिवासी पार्टी को एक सीट मिली है
  • कांग्रेस नेता ईवीएम हैकिंग का आरोप लगा रहे हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
भोपाल:

कांग्रेस नेता कमल नाथ ने आज कहा कि कुछ पूर्व विधायकों ने शिकायत की है कि उन्हें अपने गांव में 50 वोट भी नहीं मिले, उन्होंने मध्य प्रदेश के नतीजों पर आश्चर्य व्यक्त किया है. कमल नाथ ने कहा कि वह पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों का विश्लेषण करने के लिए पार्टी उम्मीदवारों के साथ चर्चा करेंगे. वहीं कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) हैकिंग का आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "बिना चर्चा किए किसी निष्कर्ष पर पहुंचना सही नहीं होगा. मैं पहले सभी से बात करूंगा."

दरअसल कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, जो मध्य प्रदेश के एक प्रमुख नेता भी हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है और कहा है कि "चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है."

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में सिंह ने कहा, ‘‘चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है. मैंने 2003 से ही ईवीएम द्वारा मतदान का विरोध किया है. क्या हम अपने भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकरों द्वारा नियंत्रित करने की अनुमति दे सकते हैं! यह मौलिक प्रश्न है जिसका समाधान सभी राजनीतिक दलों को करना होगा. माननीय ईसीआई और माननीय सर्वोच्च न्यायालय, क्या आप कृपया हमारे भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करेंगे?''

कमल नाथ ने संवाददाताओं से कहा, "आप भी जानते हैं कि मूड क्या था. आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं? लोगों से पूछिए." "कुछ विधायक मुझसे कह रहे हैं कि उन्हें अपने गांव में 50 वोट भी नहीं मिले. यह कैसे संभव है?"

इससे पहले, कमल नाथ ने कहा था कि वह जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं और कांग्रेस विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएगी. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कमल नाथ ने कहा था चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश की जनता का फैसला मुझे स्वीकार है. हमें विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी गई है और हम अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. मध्य प्रदेश के सामने अभी सबसे बड़ा सवाल यही है कि मध्य प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो, हमारे किसानों को खुशहाली मिले. मैं भारतीय जनता पार्टी को बधाई देता हूं। मुझे आशा है कि जनता ने उनके ऊपर जो विश्वास दिखाया है, वे उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे.

Advertisement

बता दें बीजेपी ने  मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर हिंदी पट्टी में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. मध्य प्रदेश में, बीजेपी को 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटें और भारत आदिवासी पार्टी को एक सीट मिली.

Advertisement

सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश के निराशाजनक नतीजे के बाद कमल नाथ को मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख का पद छोड़ने के लिए कहा गया है.

ये भी पढ़ें- "राहुल गांधी को पहाड़ों पर जाना चाहिए..." : BJP सांसदों ने दी नसीहत

Featured Video Of The Day
Parliament Winter Session: संसद में SIR पर बहस आज, संसदीय दल की होगी बैठक | Lok Sabha | Rahul Gandhi