Exclusive : इलेक्टोरल बॉन्ड BJP की देन, इसलिए मिला चुनावी चंदे का हिसाब- देवेंद्र फडणवीस

देवेंद्र फडणवीस कहते हैं, "बीजेपी की सोच हमेशा से रही है कि जो चुनाव लड़ा जाए, उसमें काले धन का इस्तेमाल न हो. हमारी सरकार ने पॉलिटिकल फंडिंग को लेकर कई सुधार किए हैं. कई बदलाव किए हैं. चुनाव के लिए कैश में कितना पैसा लिया जाएगा, सब तय है."

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देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में सारे रिकॉर्ड तोड़ने की बात कही है.

नई दिल्ली/मुंबई:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी होने को लेकर कांग्रेस और दूसरी पार्टियां बीजेपी पर हावी हो रही हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने 45 कंपनियों पर छापे के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) के जरिए 400 करोड़ रुपये जुटाने के लिए ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया है. कांग्रेस ने बीजेपी के फाइनेंस पर एक व्हाइट पेपर लाने की मांग की है. अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis ) ने कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब दिया है. फडणवीस ने कहा, "चुनावी चंदे का हिसाब इसलिए मिला, क्योंकि बीजेपी इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आई थी. बीजेपी ब्लैक मनी से नहीं, बल्कि अकाउंटेड मनी से चुनाव लड़ती है" 

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को NDTV के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ये बातें कही. फडणवीस ने कहा, "इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है. मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. बीजेपी काले धन से चुनाव नहीं लड़ती. वो अकाउंटेड मनी से चुनाव लड़ती है. इलेक्टोरल बॉन्ड सही है या गलत मैं, इसपर बात नहीं करूंगा. सवाल ये है कि इसका हिसाब क्यों मिल रहा है? ये अकाउंटेड मनी है, इसलिए इसका हिसाब मिला."

Exclusive : जो मोदी जी के विरोध में हैं, उन्हें जनता नकार देगी - महाराष्ट्र डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस

देवेंद्र फडणवीस कहते हैं, "बीजेपी की सोच हमेशा से रही है कि जो चुनाव लड़ा जाए, उसमें काले धन का इस्तेमाल न हो. हमारी सरकार ने पॉलिटिकल फंडिंग को लेकर कई सुधार किए हैं. कई बदलाव किए हैं. चुनाव के लिए कैश में कितना पैसा लिया जाएगा, सब तय है."

जो मोदी जी के साथ है, उसको लोग वोट करेंगे
महाराष्ट्र में चुनाव को लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने बड़ा बयान दिया है. फडणवीस ने कहा- 'इस चुनाव में दो ही खेमा है. एक पीएम नरेंद्र मोदी को चाहने वाले लोगों का खेमा. दूसरा- पीएम मोदी का विरोध करने वाला खेमा. जो मोदी जी के साथ है, उसको लोग वोट करेंगे. जो मोदी जी के विरोध में हैं, उन्हें जनता नकार देगी."

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NDA ने कभी सहयोगियों को नहीं किया दूर
देवेंद्र फडणवीस कहा, "महाराष्ट्र में पहली बार इतनी प्रो-इंकमबेंसी है. लेकिन बीजेपी ने हमेशा व्यापक विचार किया है. NDA में जो लोग आए, हमने उन्हें हमेशा संभाला है. जो लोग हमसे दूर गए, वो अपने राजनीतिक व्यवस्था या अपने स्वार्थ की वजह से गए. NDA ने कभी उन्हें खुद से दूर नहीं किया." फडणवीस ने कहा, "महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी हमारे साथी हैं. इन्हें हम साथ लेकर ही आगे बढ़ेंगे." 

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महाराष्ट्र की 80 फीसदी सीटों पर बनी सहमति
सीटों के बंटवारे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "80 फीसदी सीटों पर सहमति बन गई है. इनमें से जो सीटें भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और एनसीपी(अजित पवार गुट) के हिस्से में आई... वो जब चाहे अपने उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है. हालांकि, जिन सीटों को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है, उन सीटों पर कोई पार्टी कैंडिडेट का ऐलान नहीं करेगी."

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विधानसभा चुनाव में भी रहेगा गठबंधन 
क्या महाराष्ट्र की 48 में से 30 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतार रही है? इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "अलायंस में हम बड़े भाई हैं. विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या 115 है. शिवसेना 40 + 10 (50) हैं. अजीत पवार के पास 43 विधायक हैं. आज भी इस अलायंस की सबसे बड़ी पार्टी हम हैं. ये तो हो नहीं सकता कि हम बड़ी पार्टी से छोटी पार्टी बने. हमारे दो सहयोगी भी इस बात को अच्छी तरह समझते हैं. बेशक सीट शेयरिंग में दोनों सहयोगियों का पूरा सम्मान रखा जाएगा. विधानसभा के लिए भी अलायंस का यही रूप रहेगा. हम साथ मिलकर लड़ेंगे और जीत कर आएंगे."

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उद्धव ठाकरे की एनडीए में वापसी की गुंजाइश नहीं
देवेंद्र फडणवीस ने इस दौरान उद्धव ठाकरे के एनडीए में फिर से शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे को साथ लाने की कोशिश करने की कोई गुंजाइश ही नहीं है. अगर उद्धव ठाकरे एनडीए में आने की कोई कोशिश कर रहे हैं, तो इसके बारे में पता नहीं है. लेकिन एनडीए में उनसे बात करने की कोई गुंजाइश नहीं है." फडणवीस ने कहा, "उद्धव ठाकरे ने जिस तरह से एंटी मोदी होने की भूमिका ली है. वोट की राजनीति में अब तो वो CAA के खिलाफ बोल रहे हैं. हैरानी होती है कि बाला साहेब ठाकरे के बेटे CAA का विरोध कैसे कर सकते हैं."

राज ठाकरे के साथ गठबंधन से इनकार नहीं 
हालांकि, फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से भविष्य में गठबंधन से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा, "अभी गठबंधन की कोई चर्चा तो नहीं है. मुझे जब पूछा गया कि क्या ये गठबंधन हो सकता है, तो मैंने कहा कि हमारी कोई चर्चा नहीं है. पहले हमें उनके साथ गठबंधन करने में दिक्कत थी, क्योंकि बीजेपी क्षेत्रीय असमिता को मानती है. महाराष्ट्र में रहेंगे तो मराठी आदमी की बात तो करनी होगी. लेकिन क्षेत्रीय असमिता के साथ-साथ हम लोग राष्ट्रीय असमिता पर भी काम करने वाले लोग हैं." 

फडणवीस ने कहा, "राज ठाकरे मराठी की बात तो करते हैं और करनी चाहिए. लेकिन अब वो हिंदुत्व की बात भी कर रहे हैं. एक यही बात हमें जोड़ सकती है. आज की स्थिति में मैं ये नहीं कह सकता कि राज ठाकरे के साथ गठबंधन नहीं हो सकता."


क्या शरद पवार को भी साथ लाएगी बीजेपी?
इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हम गठबंधन में शरद पवार को लाने की कोई कोशिश नहीं कर रहे हैं. लेकिन कुछ लोग महायुति में आना चाहते हैं, इसकी खबर हमें है. जो लोग आना चाहते हैं, एनडीए में उनका स्वागत होगा."

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विधानसभा चुनाव में CM चेहरा घोषित करेगी बीजेपी?
देवेंद्र फडणवीस ने जोर देकर कहा, "बेशक इस बार भी NDA लोकसभा चुनाव जीत रही है. हम 400 पार जाएंगे. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम चुनाव को 'डन डील' मानकर चल रहे हैं. हम चुनाव में पूरी मेहनत करेंगे. लोगों तक जाएंगे. अपने मेहनत के बलबूते और पीएम मोदी के काम के भरोसे हम ये लोकसभा चुनाव जीतेंगे." फडणवीस ने आगे कहा, "जहां तक विधानसभा चुनाव का सवाल है, तो उसमें अभी वक्त है. विधानसभा चुनाव से पहले हम रणनीति तय करेंगे. विधानसभा चुनाव में हम सीएम चेहरे के साथ जाएंगे या नहीं... इसका फैसला बैठकर तय किया जाएगा." महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कहा, "BJP में संसदीय बोर्ड का सिस्टम है. वो तय करती है कि कैसे चुनाव लड़ा जाएगा." बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं.


समझाया गठबंधन का धर्म 
फडणवीस ने इस दौरान गठबंधन धर्म भी समझाया. सीएम पद की दावेदारी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "राजनीति में जब आप गठबंधन में होते हैं, तो कुछ चीजें छोड़नी पड़ती है, कुछ स्वीकारना पड़ता है. राजनीति में आज(वर्तमान) का ही प्रेडिक्शन नहीं हो सकता, तो कल (भविष्य) का क्या ही कहा जाए. इसलिए उस समय की परिस्थिति के हिसाब से काम किया जाता है. किसी ने ये सोचा नहीं था कि हम 2019 में अलग हुए थे और 2024 में साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
 

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ED से नहीं मोदी के काम से जीतते हैं चुनाव
कांग्रेस कई बार सवाल उठाती है कि अगर बीजेपी को EVM पर भरोसा है, तो ED पर उसकी इतनी निर्भरता क्यों है. अब देवेंद्र फडणवीस ने इसका जवाब दिया है. फडणवीस ने कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा, "बीजेपी को ED की कोई जरूरत नहीं है. हम काम के भरोसे राजनीति करते हैं."

फडणवीस ने कहा, "ED आज थोड़ी बनी है... ED को अधिकार देने वाले खुद कांग्रेस के बड़े नेता थे. यूपीए की सरकार में ये कानून बना था. देश में कानून है, कोर्ट है और सिस्टम है. अगर कोई एजेंसी गलत काम करेगी, तो देश और कोर्ट उसे छोड़ेगा नहीं." 

विपक्षी पार्टियों की तरफ इशारा करते हुए फडणवीस ने कहा, "आप हर दिन नया भ्रष्टाचार करेंगे और वो उजागर होगा, तो आप पर कार्रवाई होगी ही. अगर आप इसे पॉलिटिकल एजेंडा बताते हैं, तो ये गलत बात होगी. हमें ईडी की कोई जरूरत नहीं है. हम ED के भरोसे कोई चुनाव नहीं लड़ते हैं. हम काम के भरोसे राजनीति करते हैं." उन्होंने कहा, "ED के भरोसे समाज के गरीब तबके के वोट नहीं जीते जा सकते. हमने उनके वोट मोदी जी के काम के भरोसे से जीते हैं. समाज के गरीब तबके के मन में ये बात पक्की है कि मेरा, मेरे समाज और मेरे देश का कोई भला कर सकता है, तो वो एकमात्र मोदी जी ही कर सकते हैं."

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समझाया PM मोदी की पॉलिटिकल केमिस्ट्री का फॉर्मूला
इंटरव्‍यू में देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की पॉलिटिकल केमेस्‍ट्री का फॉर्मूला समझाया. उन्होंने कहा कि अर्थमैटिक (अंकगणित) में 1+1 का जोड़ 2 होता है. पॉलिटिकल केमिस्ट्री में 1+1 होता है 11. पीएम मोदी के साथ अलग ही पॉलिटिकल केमेस्ट्री चलती है. महाराष्ट्र में भी उनकी अलग पॉलिटिकल केमेस्ट्री है. इसे कोई पॉलिटिकल पंडित नहीं भांप सकता.

देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मुझे ये लगता है कि राजनीतिक पंडित कभी कभी ये गलती करते है. हर चुनाव को वो अर्थमैटिक समझते हैं. फिर हम तीन पार्टियां, वो तीन पार्टियां. इनको और उनको कितना मिलेगा, एक जोड़ लगाते हैं. फिर आंकड़े बताते हैं. ये चुनाव अर्थमैटिक का नहीं है, ये पॉलिटिकल केमिस्ट्री का चुनाव है. अर्थमैटिक में 1+1 का जोड़ 2 होता है, पॉलिटिकल केमिस्ट्री में 1+1 होता है 11. इसमें जो केमिस्ट्री है, वो मोदी जी के साथ आम आदमी की केमिस्ट्री से जुड़ी हुई है. इसलिए कोई राजनीतिक पंडित भांप नहीं पा रहा है ना पाएगा. मैं कहता हूं कि जो लोग हमें 26-30 सीटें देते हैं वो लोग आज ही करेक्शन कर लें."

महाराष्‍ट्र में मोदी 360 डिग्री ब्रांड
महाराष्ट्र में मोदी ब्रांड का कौनसा पहलू लोगों के सामने रखा जाता है? इसके जवाब में उन्‍होंने कहा, "महाराष्ट्र में मोदी 360 डिग्री ब्रांड हैं. जिस प्रकार का महाराष्ट्र में इंफ्रा बना है, उस पर मोदी जी की छाप है. जिस प्रकार गरीब कल्याण का एजेंडा चला है उस पर मोदी जी की छाप है. जिस प्रकार से महिलाओं को अधिकार मिला है, जिस तरह से एससी और एसटी के लिए योजनाएं बनी हैं, उन पर मोदी जी की छाप है. कोई भी तबका ऐसा नहीं है कि जिस पर मोदी जी की छाप ना हो. 2014 में, 2019 में हमने 40 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया. इस बार हम पिछला रिकॉर्ड तोड़ेंगे." 

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दिखाई बदलते महाराष्ट्र की तस्वीर
इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बदलते महाराष्ट्र की तस्वीर भी दिखाई. उन्होंने बताया, "विधानसभा में विपक्ष तंज कसता है कि प्रोजेक्ट के लिए भूमि पूजन तो होता है, मगर उद्घाटन नहीं होता. मैंने कहा था कि हमारी सरकार सारे रिकॉर्ड एक टाइम पर तोड़ेगी. आज महाराष्ट्र में देश का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज 22 किलोमीटर का तैयार हो गया है. इस पर ट्रैफिक भी शुरू हो गया. मुंबई का अंडरग्राउंड मेट्रो एशिया की सिंगल सबसे बड़ी लाइन है. इसका काम करीब-करीब पूरा हो चुका है. न्यू मुंबई एयरपोर्ट 2024 के आखिर में शुरू कर देंगे. नागपुर मुंबई कम्युनिकेशन सुपर एक्सप्रेसवे का काम करीब पूरा हो चुका है."

फडणवीस ने कहा, "हमारी सरकार पुणे में रिंग रोड का काम शुरू कर रही है. अलीबाग का काम शुरू कर रही है. एमएमआर रीजन में 375 किलोमटीर का मेट्रो नेटवर्क बना रहे हैं, जिसमें से करीब 100 किलोमीटर डिलिवर हो गया है. हमने ऐसे कई इंफ्रा प्रोजेक्ट पूरे किए हैं. कुछ पर काम चल रहा है. ये सब मोदी जी की सरकार की वजह से पूरा हो पाया."


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धारावी रीडेवलपमेंट दुनिया का अनूठा प्रोजेक्ट 
धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के बारे में फडणवीस ने कहा, "इस प्रोजेक्ट की बात 40 साल से चल रही है, लेकिन कोई काम नहीं हो पाया. जब में सीएम था, तब हमने पहले इसकी पूरी स्टडी की. हमने ये जानने की कोशिश की थी कि धारावी रीडेवलपमें प्रोजेक्ट में दिक्कतें क्या हैं? खासतौर पर इसमें दो समस्याएं नज़र आईं. पहला- धारावी के लोगों का पुनर्वास धारावी में ही करना है. लोगों को वहीं पर घर देना है. इसके लिए हमें कोई न कोई जमीन चाहिए. जिस पर हम पहले निर्माण कर पाएं.. लोगों को वहां शिफ्ट कर पाएं. फिर धारावी में घर बनवा पाए और लोगों को दोबारा से वहां शिफ्ट करें अब वो जमीन भी धारावी में ही चाहिए. इसके लिए हमें रेलवे की जमीन दिखी."

उन्होंने कहा, "हम लोग केंद्र सरकार के पास गए. हमने कहा कि ये जमीन हमें चाहिए.. मोदी जी ने तुरंत ये जमीन हमें दी. हमने उसमें पैसे भरकर उस जमीन को खरीदा. फिर ये प्रोजेक्ट साकार हुआ. अब इसमें जमीन की दिक्कत नहीं है. अब जो पात्र लोग हैं, उन सभी को घर दिया जाएगा." 

फडणवीस आगे बताते हैं, "इस प्रोजेक्ट के लिए दूसरी समस्या इकोनॉमिक सेंटर को शिफ्ट करने की थी. धारावी सिर्फ झोपड़- पट्टी नहीं है. ये एक इकॉनोमिक सेंटर है. जो चीजें धारावी में बनती हैं, वो और कहीं बनती ही नहीं हैं. दुनिया का कोई ब्रांड आपको सेम टू सेम यहां बना हुआ मिल जाएगा. यहां के लोगों में काम करने की ललक है. मेरे ध्यान में आया कि इन्हें जैसे ही फॉर्मल इकॉनमी में लाओगे, तो इन्हें टैक्स भरना पड़ेगा. हम ये नहीं चाहते थे. हमने उनका भी पुनर्वास पूरी तरीके से वहीं प्लान किया. उन्हें सारी कॉमन सुविधाएं तैयार करके दीं, ताकि अच्छे तरीके से प्रोडक्शन तैयार कर सकें. हमने उन्हें पांच साल के लिए टैक्स में छूट दी है. धारावी सिर्फ देश का नहीं, बल्कि दुनिया का अनूठा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट है." 
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सीवेज वॉटर सिस्टम में किए बदलाव
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मूल रूप से मुंबई शहर में जो चीजें आज हो रही हैं, वो 20 साल पहले हो जानी चाहिए थी. मैं मानता हूं कि उद्धव ठाकरे जी को लोगों ने कई मौके दिए, लेकिन कोई काम नहीं हो पाया. इतनी बड़ी मुबंई में जितना सीवेज वॉटर है, वो आज भी अंग्रेजों के जमाने के टैंक से समुद्र में जाता है. इसलिए हमारे समुद्र से बदबू आती है. मैंने सीएम रहते हुए केंद्र के साथ बैठकर. समुद्र में जाने वाले सीवेज वॉटर को रोकने के लिए नियम तैयार किए. इसके बाद टेंडर बुलाए गए, लेकिन जब तक उद्धव ठाकरे सीएम थे, काम नहीं हो पाया. जैसे ही सरकार बदली, टेंडर पास हो गया. काम भी शुरू कर दिया गया. अगले तीन साल में एक बूंद गंदा पानी भी समुद्र में नहीं जाएगा. मुंबई की चौपाटियां अब बिना गंदे पानी और बिना बदबू वाली दिखाई देंगी."

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अरब सागर में बनेगी शिवाजी महाराज की सबसे बड़ी प्रतिमा
देवेंद्र फडणवीस ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा अरब सागर में बनेगी. इसके लिए हमने काम शुरू कर दिया है. कुछ लोग इसके खिलाफ हाईकोर्ट गए. हाईकोर्ट ने तो हमारी सरकार के पक्ष में फैसला दिया. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने स्टे दे दिया. कई दिनों तक ये स्टे चलता रहा. अब सुप्रीम कोर्ट ने केस को वापस हाईकोर्ट को दे दिया है. अब फिर से उसकी सुनवाई होगी. मुझे पूरा भरोसा है कि हाईकोर्ट को फैसला फिस से हमारे पक्ष में आएगा." 
 

बुलेट ट्रेन का काम भी चालू होगा
फडणवीस ने बुलेट ट्रेन पर भी बात की. उन्होंने कहा, "बुलेट ट्रेन पर काम शुरू कर दिया है. सीएम रहते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा था महाराष्ट्र को बुलेट ट्रेन की जरूरत नहीं है. काम रोक दिया गया था. जैसे ही नई सरकार आई, काम दोबारा शुरू हो गया. जमीन का अधिग्रहाण हो चुका है. अब बुलेट ट्रेन में कोई बाधा नहीं है. अगले 2 या ढाई साल में महाराष्ट्र के लोग बुलेट ट्रेन में सफर करेंगे.

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रेस कोर्स में नहीं होगा कोई कंस्ट्रक्शन 
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने एक बार फिर से साफ किया कि रेस कोर्स में सेंट्रल पार्क बन रहा है. यहां कोई और कंस्ट्रक्शन नहीं होगा. फडणवीस ने कहा, "जितनी हरियाली वहां होनी चाहिए, उतनी हो... यही सुनिश्चित करने के लिए हमने ये रास्ता चुना है. रेस कोर्स भी वहीं रहेगा और खाली पड़ी जगह पर सबसे बड़ा ग्रीन पार्क होगा. यहां 300 एकड़ का सेंट्रल पार्क बनेगा. हम मुबंई से फेफड़े ले नहीं रहे, बल्कि इसे एक्स्ट्रा फेफड़े दे रहे हैं."

क्या लोकसभा चुनाव लड़ेंगे फडणवीस?
क्या देवेंद्र फडणवीस लोकसभा चुनाव लड़ेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "अभी इसपर कुछ कह नहीं सकता. महाराष्ट्र की 20 सीटों पर हमने कैंडिडेट्स उतार दिए हैं. मैंने इस सवाल पर ताला लगा दिया है, क्योंकि जिन सीटों की बात लोग करते हैं वहां से हमने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. ऐसे में ये सवाल यहीं खत्म हो जाता है."

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