लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर बिहार में हर बीतते दिन के साथ सियासी पारा बढ़ता जा रहा है. पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बैठकों का दौर जारी है. कहा जा रहा है कि NDA के घटक दलों में BJP और JDU के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर लगभग सहमति बन गई है. जबकि NDA के अन्य दलों में अभी इसपर पेंच फंसा हुआ है. इन सब के बीच NDA के घटक दलों में से एक हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने सीट शेयरिंग को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एनडीए के दलों में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है. अगले कुछ दिनों में आपके सामने स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी.
अपनी सीटों पर साधी चुप्पी
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी पार्टी कितनी सीट चाहती है तो उन्होंने इसपर कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह की मीडिया में खबरें चल रही हैं वैसा कुछ नहीं है. मैं आपसे ये भी साफ कर देना चाहता हूं कि चिराग पासवान हों या फिर उपेंद्र कुशवाहा, हम सभी लोग एक साथ हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कुछ दिन और कीजिए इंतजार
वहीं, वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी राज्य में सीट शेयरिंग को लेकर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, इसका पता NDA की जल्द ही होने वाली बैठक के बाद चल जाएगा.
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार भारतीय जतना पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत आखिरी दौर में है. और ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों पार्टियों के बीच सीटों को लेकर बात बन चुकी है और इसका किसी भी वक्त औपचारिक तौर पर ऐलान हो सकता है. वहीं बात अगर NDA में शामिल अन्य घटक दलों की करें तो पेंच वहां फंसता दिख रहा है.
सूत्रों के अनुसार बिहार में असल मसला बाक़ी छोटी पार्टियों के बीच फंस रहा है. कहा जा रहा है कि चिराग पासवान की लोजपा रामविलास, पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोजपा, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक किसी निर्णायक स्थिति तक नहीं पहुंच पाए हैं. खास तौर पर चिराग पासवान की और पशुपति पारस के बीच सीटों पर सबसे ज्यादा पेंच फंसता दिख रहा है.
सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस अपने अपने दल को असली लोजपा (लोकजन शक्ति पार्टी) बता रहे हैं. कहा जा रहा है कि पारस सीटिंग गेटिंग के फॉर्मूले पर सीट मांग रहे हैं. जबकि चिराग पासवान अपने को रामविलास पासवान के वोट बैंक का असली वारिस बता कर सीटें मांग रहे हैं.