इटावा के कथावाचकों की जाति पर मचा है बवाल, जानिए देश 10 बड़े कथावाचकों की जाति

देश में इटावा के कथावाचकों के साथ हुई ज्यादती का मामला चर्चा में बना हुआ है. कथावाचकों का कहना है कि उन्हें जाति के आधार पर प्रताड़ित किया गया. इसके बाद बहस इस बात की हो रही है कि कौन कथा कह सकता है और कौन नहीं. आइए हम देश के 10 बड़े कथावाचकों की जाति के बारे में जानते हैं.

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नई दिल्ली:

देश में इस समय इटावा के कथावाचकों का मामला छाया हुआ है. यादव जाति से आने वाले मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव ने अपने ब्राह्मण यजमान पर जाति के आधार पर मारपीट कर अपमानित करने का आरोप लगाया है. इसके बाद से देश में यह बहस तेज हो गई है कि कथा वाचन का अधिकार किस जाति का है. इस विषय पर लोगों की राय बंटी हुई है. एक तरफ जहां काशी विद्वत परिषद जैसी संस्था का कहना है कि भागवत कथा करने का अधिकार सभी हिंदुओं को है. वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना किसी भी जाति का व्यक्ति अपनी जाति के लोगों को भगवत कथा सुना सकता है, लेकिन सभी जातियों को भगवत कथा सुनाने का अधिकार केवल ब्राह्मणों के पास है. 

इस बहस के बीच आइए यह जानने की कोशिश करते हैं कि इस समय देश में भगवत कथा और अन्य तरह के धार्मिक प्रवचन कर रहे कथावाचकों की जाति क्या है. देश में इस समय हजारों की संख्या में कथावाचक कथा सुनाने का काम कर रहे हैं. इनमें से हमने 10 कथावाचकों की चयन किया है. 

अनिरुद्धाचार्य: इनका असली नाम अनिरुद्ध राम तिवारी है. इनका जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था. उनके पिता पुजारी थे.अनिरुद्धाचार्य गौरी गोपाल आश्रम नाम से आश्रम चलाते हैं. 

देवकीनंदन ठाकुर: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ.

बागेश्वर धाम सरकार: मध्य प्रदेश के छतरपुर में पैदा हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर हैं. बागेश्वर धाम सरकार का जन्म भी एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था.

प्रदीप मिश्रा: शिव पुराण की कथा कहने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा मध्य प्रदेश के सीहोर के रहने वाले हैं. उनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. वो सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के मुख्य पुजारी हैं.  

संत रामपाल जी: हरियाणा के सोनीपत जिले के धनाना गांव के एक किसान परिवार में पैदा हुए संत रामपाल जाट जाति से आते हैं.

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भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल:  इनका असली नाम सूरज पाल है. इनका जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले के पटियाली गांव के एक दलित परिवार में हुआ था. 

बाबा रामदेव: इनका असली नाम रामकिसन यादव है. बाबा रामदेव का जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के अली सैयदपुर नाम के गांव के एक यादव परिवार में हुआ था.   

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मोरारी बापू: मोरारी बापू युवावस्था से ही राम कथा कह रहे हैं. वो अब तक देश-विदेश में आठ सौ से अधिक जगह राम कथा कह चुके हैं. मोरारी बापू अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं. 

जया किशोरी:  इनका जन्म राजस्थान के सुजानगढ़ के ब्राह्मण परिवार में हुआ था. वो धार्मिक कथाएं कहने के लिए मशहूर हैं. 

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देवी चित्रलेखा: भागवत पुराण की कथा सुनाने वाली देवी चित्रलेका का जन्म हरियाणा के पलवल जिले के खंभी गांव के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 

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