मुस्कुराए, हाथों में थामा हाथ और चलने लगे साथ... संसद भवन में दिखा कंगना और चिराग पासवान का कैंडिड मोमेंट्स

कई फिल्मों और कई चुनावों के बाद, कंगान और चिराग एक बार फिर संसद में मिले. चिराग पासवान ने अपने पिता की छाया से बाहर निकलकर राजनीति में अपनी पहचान बनाई है. वहीं कंगना रनौत ने  बॉलीवुड से कुछ अलग करने के लिए राजनीति में एंट्री ली है. 

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केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और भाजपा सांसद कंगना रनौत की मुलाकात एक बार फिर संसद भवन में हुई, जो चर्चा का विषय बना. उन्हें एक-दूसरे का अभिवादन करते हुए देखा गया. बता दें कि चिराग और कंगना बीते दिनों में एक फिल्म में साथ काम किया है.

2011 में, दोनों ने एक फिल्म 'मिले ना मिले हम' में अभिनय किया था. फिल्म ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और चिराग पासवान, जो अभी भी अपने पिता, दिग्गज दिवंगत राम विलास पासवान की छत्रछाया में थे, ने राजनीति की ओर रुख किया. वहीं, बॉलीवुड में कंगना ने सफल करियर बनाया.

कई फिल्मों और कई चुनावों के बाद, कंगान और चिराग एक बार फिर संसद में मिले. चिराग पासवान ने अपने पिता की छाया से बाहर निकलकर राजनीति में अपनी पहचान बनाई है. वहीं कंगना रनौत ने  बॉलीवुड से कुछ अलग करने के लिए राजनीति में एंट्री ली है. 

चिराग पासवान अब भाजपा के प्रमुख सहयोगी एलजेपी (रामविलास) का नेतृत्व करते हैं, जिसने इस चुनाव में सभी पांच सीटों पर जीत हासिल कर सबको चौंका दिया. वह अब खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग के प्रभारी कैबिनेट मंत्री हैं, जिसे पहले उनके पिता संभालते थे. बिहार के जमुई से दो बार सांसद रहे, अब वह राज्य की हाजीपुर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं.

इधर, कंगना रानौत पहली बार सांसद हैं और हिमाचल प्रदेश के मंडी से चुनी गई हैं. इस चुनाव में कंगना ने विक्रमादित्य सिंह को लगभग 75,000 वोटों के अंतर से हराया. सिनेमा के मोर्चे पर, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अब अपनी फिल्म इमरजेंसी का प्रचार कर रहे हैं, जो 6 सितंबर को स्क्रीन पर आने वाली है.

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