Bhima Koregaon Violence : गौतम नवलखा के केस की सुनवाई से हटे जस्टिस एस रविंद्र भट, दूसरी बेंच के पास ट्रांसफर मामला

भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपी गौतम नवलखा को तलोजा जेल से स्थानांतरित करने और घर में नजरबंद रखने की याचिका पर जस्टिस एस रविंद्र भट ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
दूसरी बेंच करेगी मामले की सुनवाई
नई दिल्ली:

भीमा कोरेगांव हिंसा (2018 Bhima Koregaon violence) के आरोपी गौतम नवलखा को तलोजा जेल से स्थानांतरित करने और घर में नजरबंद रखने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एस रविंद्र भट ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है. जिसके बाद अब इस याचिका पर दूसरी बेंच सुनवाई करेगी. नवलखा ने याचिका खारिज करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया है.

नवलखा, जो मानवाधिकार कार्यकर्ता (Social Activist) और पीपुल्स यूनियन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स (People's Union for Democratic Rights) के पूर्व सचिव हैं. उन्हें अगस्त 2018 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन शुरुआत में उन्हें नजरबंद कर दिया गया था.  इसके बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अप्रैल 2020 में महाराष्ट्र के तलोजा केंद्रीय जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.

ये भी पढ़ें : राफेल मामले की स्वतंत्र जांच से जुड़ी नई याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज

डिफ़ॉल्ट जमानत मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले पर भरोसा करते हुए, नवलखा ने  हाईकोर्ट (High Court) का रुख करते हुए कहा कि उन्हें तलोजा में बुनियादी चिकित्सा सहायता (Medical Help) और अन्य आवश्यकताओं से वंचित (Deprived) किया जा रहा था और अपनी बढ़ती उम्र में बड़ी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.

VIDEO: दशहरा रैली पर शिवसेना में उद्धव गुट और शिंदे गुट में हो सकता है टकराव

Featured Video Of The Day
Hardeep Singh Puri On Budget 2025: 'बजट से Economy, GDP में तेजी आएगी' - हरदीप सिंह पुरी | Exclusive