जम्मू कश्मीर में बारामूला जिले के सोपोर में हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी के भाई ने अपने घर पर राष्ट्रध्वज फहराया. रईस अहमद ने अपने घर के पहले तल के बरामदे से तिरंगा लहराया. उसका भाई जावेद अहमद 2009 में आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया था. रईस ने कहा, "मैंने अपनी मर्जी से तिरंगा लहराया. मुझ पर किसी का कोई दबाव नहीं था. यह मेरे देश का झंडा है, जो हमें सब कुछ देता है. मेरे भाई ने गलती की. मैं उसे कहना चाहता हूं कि यदि वह जिंदा है तो वह हमारे राष्ट्रध्वज के नीचे लौट आये.''
सन 2019 में संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने से पहले उत्तरी कश्मीर का सोपोर तीन दशक से अधिक समय तक आतंकवादियों एवं अलगाववादियों का गढ़ रहा था.
सैयद अली शाह गिलानी, अब्दुल गनी भट और संसद हमले के अभियुक्त मोहम्मद अफजल गुरू समेत कई प्रमुख अलगाववादी नेताओं का संबंध इसी क्षेत्र से रहा है.
बता दें कि देश का 77वां स्वतंत्रता दिवस मंगलवार को देशभर में समारोहपूर्वक मनाया जाएगा. लाल किले पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे. साथ ही इस मौके पर पीएम मोदी राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे.
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