कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता जयवीर शेरगिल बीजेपी के नए प्रवक्ता होंगे. भारतीय जनता पार्टी में कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़ और स्वतंत्र देव सिंह को राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया है. मदन कौशिक, विष्णुदेव साय, एस राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, मनोरंजन कालिया और अमनजीत कौर वालिया को राष्ट्रीय कार्यसमिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है.
गांधी परिवार के खिलाफ तीखी टिप्पणी के साथ कांग्रेस से बाहर निकलने के तीन महीने बाद जयवीर शेरगिल को शुक्रवार को बीजेपी ने अपना प्रवक्ता नियुक्त कर दिया. बीजेपी ने उन कई प्रमुख नेताओं की नई भूमिकाएं घोषित कर दी हैं जिन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया है.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है.
पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, उत्तराखंड बीजेपी के पूर्व प्रमुख मदन कौशिक, कांग्रेस के पूर्व नेता राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी और पंजाब के पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया को भी संगठन में नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं.
कांग्रेस से कड़वाहट भरी विदाई लेते हुए जयवीर शेरगिल ने गांधी परिवार को लेकर कहा था कि, "पार्टी के निर्णयकर्ताओं की दृष्टि अब तालमेल पर नहीं है. युवाओं की आकांक्षाओं से परे चाटुकारिता कांग्रेस को 'दीमक' की तरह खा रही है."
उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य एक साल से अधिक समय तक उनसे मिलने से इनकार करते रहे थे. उन्होंने कहा था कि उन्होंने पार्टी के साथ "सभी संबंध तोड़ दिए." शेरगिल एक 39 वर्षीय वकील हैं जो कि कांग्रेस के सबसे युवा और सबसे प्रमुख प्रवक्ताओं में से एक थे.
अगस्त में कांग्रेस के दो दिग्गजों गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा के अपने गृह राज्यों में पार्टी के पदों से इस्तीफा देने के बाद वे तीसरे नेता थे जिनका इस्तीफा आया था.
अमरिंदर सिंह ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और इस साल पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले एक नई पार्टी बनाई थी. बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया. सुनील जाखड़ ने मई में कांग्रेस छोड़ दी थी.
पिछले कुछ वर्षों में चुनावी हार और संगठन में कलह से जूझती कांग्रेस ने कई नेताओं को खो दिया है. साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जो अब केंद्रीय मंत्री हैं, और यूपी के मंत्री जितिन प्रसाद के बाहर निकलने के साथ एक पलायन शुरू हुआ था. इसी साल पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार और आरपीएन सिंह ने पार्टी छोड़ दी.