दुनिया का पेट भर रहे हैं भारतीय किसान, मिस्र ने दी गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी: पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार भारतीय किसान दुनिया का पेट भर रहे हैं और मिस्र ने भारत को गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी दी है. स्थिर खाद्य आपूर्ति के लिए विश्व विश्वसनीय वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रहा है.

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नई दिल्ली:

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने हाल ही में इन्वेस्टोपिया शिखर सम्मेलन और विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था. ये सम्मेलन दुबई में हुआ था. बुधवार को भाजपा मुख्यालय में पीयूष गोयल ने अपनी इस यात्रा का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि कैसे अब कई देश भारत से गेहूं की मांग कर रहे हैं और भारतीय किसान दुनिया का पेट भर रहे हैं. पीयूष गोयल ने भाजपा मुख्यालय में कहा कि शिखर सम्मेलन में मिस्र के अर्थव्यवस्था मंत्री मेरे पास बैठे थे. उन्होंने मेरे को एक चिट. जिसपर लिखा गया था कि वो मुझसे मिलना चाहते हैं. 

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कार्यक्रम के बाद हमारी मुलाकात हुई. इस मुलाकात के दौरान मिस्र ने हमसे गेहूं खरीदने करने का अनुरोध किया. हमारे बीच 10 मिनट तक बातचीत हुई. वहीं इस बातचीत के बाद मिस्र ने भारत से गेहूं आयात करने की संभावना का पता लगाने के लिए एक टीम यहां भेजी. 

गोयल के मुताबिक, पिछली यूपीए सरकार ने गेहूं निर्यात करने की कोशिश की थी. लेकिन उनसे कुछ नहीं हो सका. वहीं अब सब कुछ बदल रहा है. पीयूष गोयल ने एक ट्वीट कर लिखा कि भारतीय किसान दुनिया का पेट भर रहे हैं. मिस्र ने भारत को गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी दी. स्थिर खाद्य आपूर्ति के लिए विश्व विश्वसनीय वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रहा है. हमारे किसानों ने सुनिश्चित किया है कि हमारे अन्न भंडार अतिप्रवाहित हों और हम दुनिया की सेवा के लिए तैयार हैं.

दरअसल रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण कई चीजों की आपूर्ति सही से नहीं हो पा रही है. ऐसे में चीजों की आपूर्ति के लिए कई देशों की नजर भारत पर है. 

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