पीएम मोदी की तीनों सेना प्रमुख के साथ बैठक.
India Action on Terrorism: पहलगाम हमले के बाद भारत आतंकवाद पर बड़े एक्शन की तैयारी में है. 22 अप्रैल को हुई इस आतंकी घटना में 26 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर कई सख्त फैसले लिए हैं. इधर राजधानी दिल्ली में हाईलेवल बैठकों का दौर जारी है. मंगलवार को एक के बाद एक तीन बड़ी बैठकें हुईं. पहली बैठक गृह मंत्रालय में देश की पैरा मिलिट्री चीफ्स की थी.
सेना प्रमुखों की बैठक में आर्मी को कार्रवाई का फ्री हैंड
इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री आवास पीएम मोदी की अध्यक्षता में तीनों सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी ने आतंकियों पर कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट देने की बात कही. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आतंकियों के खिलाफ एक्शन कब, कहां, कैसे होगा इसकी पूरी प्लानिंग सुरक्षाबल ही तय करेंगे.
संघ प्रमुख से भी डेढ़ घंटे तक पीएम मोदी की मंत्रणा
इसके बाद पीएम मोदी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ डेढ़ घंटे तक मंत्रणा की. बैठकों का यह दौर बुधवार को भी जारी रहेगा. बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCA) की बैठक होगी.
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पाकिस्तान की धड़कन तेज, क्या होगा आगे?
इसके बाद CCPA (Cabinet Committee on Political Affairs) की भी बैठक होगी. भारत में जारी इन हाईलेवल बैठकों और सेना को कार्रवाई की खुली छूट दिए जाने के ऐलान से पाकिस्तान की धड़कन तेज हो गई है. पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है. पीओके में आतंकियों के लॉन्च पैड खाली करवा दिए गए हैं. आतंकियों को सेना के बंकर में छिपने की सूचना भी सामने आई है. सीमाई इलाकों के ग्रामीण अपने बंकरों की सफाई शुरू कर चुके हैं.
पुलवामा हमले के बाद भी हुई थी सीसीपीए की बैठक
सीसीपीए देश के महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मामलों की समीक्षा करती है और उन पर निर्णय करती है. इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण मौकों पर सीसीपीए की बैठक हो चुकी है, इनमें पुलवामा हमला शामिल है.
सीसीपीए का मुख्य काम क्या है
सीसीपीए मुख्यतः केंद्र और राज्यों के संबंधों पर विचार करती है. ख़ासतौर से तब जबकि आम राय बनानी ज़रूरी हो. ऐसी आर्थिक नीतियों और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा और फ़ैसले होते हैं जिनके राजनीतिक असर होते हैं.
विदेश नीति से जुड़े मुद्दों पर फैसला लेती है सीसीपीए
विभिन्न मंत्रालयों के बीच ऐसे मुद्दों पर समन्वय जिनके दूरगामी राजनीतिक परिणाम होते हैं. इनके अलावा सीसीपीए विदेश नीति से जुड़े ऐसे मुद्दों पर भी चर्चा और फैसले करती है, जिनका असर देश की राजनीति पर पड़ने की संभावना होती है.
कौन कौन हैं सीसीपीए के सदस्य
मोदी सरकार की सीसीपीए में सहयोगी दलों के कैबिनेट मंत्रियों को भी जगह दी गई है.सीसीपीए की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं. इस समिति में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और यातायात मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी, शिपिंग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव, महिला और बाल कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजुजु और कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी शामिल हैं
CCPA की बैठक में पाकिस्तान से लिया गया था मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा
इससे पहले पुलवामा हमले के बाद सीसीपीए की बैठक हुई थी. फरवरी 2019 में हुई सीसीपीए की बैठक में सुरक्षा हालात की समीक्षा की गई थी और आतंकवाद का मुक़ाबला करने के लिए रणनीति पर चर्चा की गई थी. इस बैठक में पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया था. बाद में 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी.
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