अवैध खनन मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को ED के समन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ मांझी से NDTV से खास बातचीत की. उन्होंने कहा देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी सीटिंग मुख्यमंत्री को ऐसे समन किया गया है. पूरे देश में एक तरह की साजिश चल रही है. जहां भाजपा सरकार नहीं है, वहां पर देशों में सरकार गिराने की साजिश हो रही है. कई जगह तो गिराई जा चुकी है, जहां गिरा नहीं वहां लगातार गिराने की कोशिश हो रही है. पिछले दिनों आपने देखा होगा यह कुछ विधायकों की गिरफ्तारी भी हुई थी.
महुआ मांझी ने आगे कहा, भ्रष्टाचार के मामले में इधर ईडी ने झारखंड से जिन लोगों को गिरफ्तार किया है और यह जताने की कोशिश हो रही है कि जो मौजूदा मुख्यमंत्री हमारे हैं उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ है. लेकिन ज्यादातर भ्रष्टाचार के मामले 2015 से 2019 के है. उस समय बीजेपी की सरकार थी और मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनको क्यों नहीं समन भेजा जा रहा है.
सीएम के इस्तीफे पर उन्होंने कहा सीएम इस्तीफा क्यों दें, हमारे सीएम आदिवासी नेता है. लोगों के बीच काम कर रहे हैं, अच्छा काम कर रहे हैं. आदिवासी के बीच बेहतर काम करके एक मिसाल कायम किया है. अगर इन्हीं के पास साक्ष्य है तो उन लोगों को क्यों नहीं संबंध करती है जिनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ है.
वहीं इस मामले पर बीजेपी के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि कानून के हाथ लंबे होते हैंं. चाहे राजा हो या रंक कानून सबके लिए बराबर है. वहां अवैध खनन हुए हैं, कई साक्ष्य भी उपलब्ध हैं. इसलिए कानून अपना काम कर रही है. विपक्ष के नेताओं ने देश को पहले से लूटा है जब से देश की आजादी प्राप्त हुई है, तब से लगातार घोटालों के इतिहास उन लोगों के नाम पर है. बीजेपी के लोग दूर-दूर तक शामिल नहीं है. किसी मामले पर पाक साफ हैं, हमारी सरकार वहां रही रघुवर दास जी के नेतृत्व में बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में एक ही मंत्री पर को आरोप नहीं लगा. कानून अपना काम कर रहा है, उनको भी कानून पर भरोसा करना चाहिए.