ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें और बढ़ती दिख रही हैं. पूजा खेडकर मामले को लेकर DOPT के अतिरिक्त सचिव मनोज द्विवेदी ने जांच शुरू कर दी है. इस मामले की जांच दो हफ्ते में पूरी होगी. सूत्रों के मुताबिक अगर इस जांच में IAS पूजा खेडकर दोषी पाई गईं तो उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है. इतना ही नहीं, उनके खिलाफ तथ्यों को छुपाने और गलत बयानबाजी करने का भी आरोप है. अगर ये आरोप भी सही साबित हुए तो इनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई भी हो सकती है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन किया है. यह कमेटी इस बात की भी जांच करेगी कि क्या पूजा ने गलत तरीके से अपने कोटे (OBC कोटे) का इस्तेमाल किया है. इस पूरे मामले की जांच अतिरिक्त सेक्रेटरी लेवल का अधिकारी करेगा.
मेडिकल के लिए छह बार किया इनकार
पूजा खेडकर यूपीएससी की परिक्षा में ओबीसी और दृष्टिबाधित अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुईं.उन्होंने मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र भी जमा कराया था.यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) ने अप्रैल 2022 में मेडिकल जांच के लिए दिल्ली एम्स में पेश होने के लिए कहा था,ताकि उनकी विकलांगता प्रमाणित की जा सके.लेकिन वो जांच के लिए उपस्थित नहीं हुईं.ऐसा उन्होंने एक बार नहीं बल्कि छह बार किया. इसके बाद उन्होंने एक प्राइवेट जांच केंद्र की एमआरआई रिपोर्ट पेश की.लेकिन यूपीएससी ने उसे मानने से इनकार कर दिया. यूपीएससी ने पूजा खेडकर के चयन को सेंट्रल एडमिनस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (सीएटी) में चुनौती दी.कैट ने 23 फरवरी 2023 को पूजा के खिलाफ फैसला सुनाया.इसके बाद पता नहीं किस वजह से पूजा की एमआरआई सर्टिफिकेट को स्वीकार कर आईएएस के रूप में उनकी नियुक्ति की पुष्टि कर दी गई.
क्या फर्जी है पूजा का ओबीसी सर्टिफिकेट
पूजा के साथ एक विवाद उनके अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रमाण पत्र को लेकर भी है.पूजा के पिता ने चुनाव के समय दिए हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति 40 करोड़ रुपये से अधिक की दिखाई है.इतनी संपत्ति होने के बाद भी पूजा का ओबीसी सर्टिफिकेट सवालों के घेरे में है. पूजा के पिता के पास 110 एकड़ खेती योग्य जमीन भी है. यह कृषि योग्य जमीन सीलिंग एक्ट का उल्लंघन है. इसके अलावा उनके पास 900 ग्राम सोने और हीरे के आभूषण, 17 लाख की कीमत वाली सोने की एक घड़ी, चार कारें, दो प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में हिस्सेदारी और एक ऑटोमोबाइल फर्म में भी हिस्सेदारी है.पूजा के पास भी 17 करोड़ रुपये की संपत्ति है.इतनी संपत्ति होने के बाद पूजा खेडकर के पास ओबीसी का प्रमाण पत्र होना सवालों के घेरे में है.
पूजा खेडकर पर विवाद बढ़ता देख प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले में पुणे के कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है.इसके अलावा आइएएस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले संस्थान लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन ने महाराष्ट्र शासन से इस मामले में एक रिपोर्ट मांगी है. महाराष्ट्र शासन की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद एकेडमी अपनी रिपोर्ट यूपीएससी को भेजेगा.