केरल में जादू-टोने के चक्कर में नरबलि (Human Sacrifice in Kerala)दिए जाने के मामले को लेकर देश भर में हंगामा है. पुलिस को इस मामले में कई सुराग मिले हैं. पट्टनमथिट्टा का एक सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला था जिसने पुलिस को "मानव बलि" मामले में पहला सुराग प्रदान किया था. यह फुटेज देश को झकझोर देने वाले भीषण अपराध के दो पीड़ितों में से एक पद्मा की थी. फुटेज में उसे एक सफेद स्कॉर्पियो में चढ़ते हुए और बाद में एक सड़क पार करते हुए देखा जा सकता है. उसके साथ वाला व्यक्ति मुहम्मद शफी है, जो कि पुलिस के अनुसार एजेंट है.पद्मा के सेलफोन की लोकेशन पुलिस को शफी तक ले गई थी, जिसने मसाज थेरेपिस्ट भगवल सिंह और उनकी पत्नी लैला को उनकी मदद करने के लिए बुलाया था, और उन्हें अनुष्ठान हत्याओं के बाद धन का वादा किया था.
पुलिस ने कहा कि यह फुटेज 26 सितंबर का है, जिस दिन पद्मा लापता हुई थी. सड़क किनारे लगे कैमरों से सीसीटीवी की निशानदेही पर वे पट्टनमथिट्टा में सिंह के घर तक पहुंचे. 9 अक्टूबर को, पुलिस को उनके निकटतम पड़ोसी जोस थॉमस के घर से सीसीटीवी फुटेज मिले थे. इसमें खड़ी स्कॉर्पियो और पद्मा को घर में चलते हुए देखा जा सकता है.
पुलिस ने बुधवार को चौंकाने वाले खुलासे किए. पुलिस ने बताया कि बलि देने वाले डॉक्टर दंपति ने 2 महिलाओं को बांधकर पहले कई तरह की यातनाएं दी. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने दोनों महिलाओं की हत्या से पहले चाकू से उनके प्राइवेट पार्ट्स काट दिए थे. फिर उनका गला रेत दिया गया था. इसके बाद एक लाश के 56 टुकड़े किए गए. हालांकि, नरबलि के बाद आरोपियों के शव खाने (Cannibalism) की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सबूत इस ओर भी इशारा कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, केरल में 2 महिलाओं की नरबलि का मामला 11 अक्टूबर को सामने आया. घटना 27 सितंबर की बताई जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के त्रिरुवल्ला में अंधविश्वास के चलते डॉक्टर भगावल सिंह और उसकी पत्नी लैला ने 2 महिलाओं की गला रेतकर हत्या कर दी थी. दोनों शवों के टुकड़े करके उन्हें दफना दिया. आरोपियों को भरोसा था कि ऐसा करने से उनके घर में धन-दौलत आने लगेगा. इस काम में एक तांत्रिक मोहम्मद शफी ने उनकी मदद की थी. पुलिस ने 3 आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया.
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