ED से बचने की कोशिश के बीच हेमंत सोरेन की 1300 किमी. लंबी दिल्ली-रांची कार जर्नी

हेमंत सोरेन से पहली बार 20 जनवरी को पूछताछ की गई थी, जिसके बाद एक नया समन भेज उनको फिर से तलब किया गया था और उनको पेशी के लिए दो में से एक तारीख चुनने के लिए कहा गया था. उन्होंने 29 जनवरी का दिन चुना लेकिन जब ईडी उनसे पूछताछ करने पहुंची तो वह "गायब" हो गए.

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झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) आखिर हैं कहां? इस सवाल ने ईडी को परेशान कर दिया. हेमंत सोरेन की गायब होने की खबर पूरे हफ्ते मीडिया में भी छाई रही. इतना ही नहीं JMM-BJP समर्थकों के बीच इस मुद्दे पर तीखी नोकझोंक हुई और मानो सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ सी आ गई. दरअसल हेमंत सोरेन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था. सीएम सोरेन से मामले में पहली बार 20 जनवरी को पूछताछ की गई थी, जिसके बाद एक नया समन भेज उनको फिर से तलब किया गया.

सीएम सोरेन को ईडी के सामने पेश होने के लिए दो तारीखों में से एक चुनने का ऑप्शन भी दिया गया. हेमंत सोरेन ने पेशी के लिए 29 जनवरी की तारीख चुनी और फिर "लापता" हो गए. जब ईडी के अधिकारी सुबह 7 बजे पहुंचे तो हेमंत सोरेन दिल्ली के शांति निकेतन में अपने घर पर नहीं थे, और न ही वह वसंत विहार में अपने सरकारी कार्यालय में मिले.

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 "लापता" मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन के लापता होने पर दो दिन तक भ्रम की स्थिति बनी रही. हेमंत सोरेन कहां हैं, ये बात उनकी सरकार तक में किसी को पता नहीं था. यहां तक कि सीनियर कर्मचारियों के फोन बंद थे. बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन अपनी गिरफ्तारी के लिए तैयारी कर रहे हैं, और अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की प्लानिंग करने के लिए भाग रहे हैं, ताकि वह गिरफ्तार होने के बाद भी सत्ता बरकरार रख सकें. 

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 दावा ये भी किया गया कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन शनिवार रात एक प्राइवेट प्लेन से दिल्ली पहुंचे. रविवार देर रात अपने घर से एक शॉल लपेटकर "पैदल" निकल गए. 

कैश और BMW जैसी गाड़ियां

इस बीच हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित घर से 36 लाख रुपए नकद और एक लग्जरी SUV,BMW X7, बरामद की गई,  जिसकी कीमत करीब 1.3 करोड़ रुपए बताई जा रही है. वाहनों की जब्ती का नाटकीय घटनाक्रम मंगलवार को सुर्खियों में बना रहा. इस दौरान हेमंत सोरेन के ड्राइवर से भी पूछताछ की गई, लेकिन लेकिन वह कुछ भी नहीं बता सका. 

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"लापता" वाले पोस्टर

इस बीच हेमंत सोरेन की पार्टी ने बीजेपी के तंज को दरकिनार करते हुए जोर देकर कहा कि वह उनके संपर्क में हैं. दरअसल बीजेपी ने हेमंत सोरेन की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए थे. वहीं सीएम सोरेन को पेशी के लिए बुलाने के बीच जेएमएम ने कहा कि बीजेपी अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए ईडी का इस्तेमाल करती है. वहीं JMM ने कहा कि सोरेन के बदले हुए कार्यक्रम के बारे में जांच एजेंसी को बता दिया है. कहा गया कि सीएम सोरेन 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे रांची में अपने घर पर मौजूद रहेंगे.

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बीजेपी झारखंड प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन की गुमशुदगी का एक पोस्टर शेयर कर  11,000 रुपए का इनाम रखा.

तो कहां गए हेमंत सोरेन?

ऐसा माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन एक अज्ञात कार में दिल्ली से बाहर निकले, उन्होंने अलर्ट पर मौजूद मीडिया और ईडी को चकमा दे दिया. टोल बूथ कैमरों से बचते हुए, वह करीब 1,300 किमी दूर रांची पहुंच गए. हफ्ते के आखिर में पूछताछ के लिए मौजूदगी के वादे के बीच उनको कैसे पता चला कि ईडी के अधिकारी अगले दिन उनके घर आएंगे,  यह अभी तक स्पष्ट नहीं है. 

जेएमएम नेता को दिल्ली पहुंचाने वाला प्राइवेट प्लेन पूरे समय इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खड़ा रहा और ईडी अधिकारियों एक टीम उस पर नजर रखे रही. 

वापसी के बाद सोरेन ने क्या कहा?

हेमंत सोरेन ने मंगलवार दोपहर को "रांची में दोबारा पेश होने का ऐलान करते हुए कहा कि "मैं आपके दिलों में रहता हूं..." वहीं उनकी पार्टी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा कि वह "निजी काम" से दिल्ली गए थे और वापस लौट आए, इसके साथ ही उन्होंने ईडी की कार्रवाई की निंदा की. उन्होंने कहा कि उनकी गैरमौजूदगी में उनके घर की तलाशी ली गई, जो कि "असंवैधानिक" थी. दरअसल सोरेन ने अपने घर पर पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई और उसकी अध्यक्षता की, इस बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं. यह बैठक कथित तौर पर ईडी की पूछताछ के संबंध में रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी. 

कल्पना सोरेन एंगल

इस बीच, मंगलवार को पार्टी विधायकों की बैठक में कल्पना सोरेन की मौजूदगी से एक नया विवाद खड़ा हो गया. अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाता है तो वह उनकी जगह लेंगी. ऐसा ही एक कदम सालों पहले आरजेडी नेता लालू यादव ने भी उठाा था.  भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया. इसी तरह से JMM का कहना है कि वह कल्पा सोरेन का समर्थन करेगी. हालंकि इस बीच कानूनी बाधाएं आ रही हैं, दरअसल कल्पना विधानसभा की सदस्य नहीं हैं और उपचुनाव के लिए समय नहीं है. 

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