"हिंदुस्तान जिंदाबाद": 35 सालों में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ उतरा कश्मीर, पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट

Ground Report Of Kashmir Pahalgam Attack: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर बुधवार को देशवासियों से माफी मांगी.

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Pahalgam Attack: पहलगाम हमले पर आज पीएम की अध्यक्षता में शाम छह बजे सीसीएस की बैठक होनी है.

पहलगाम:

35 वर्षों में पहली बार आज कश्मीर पूरी तरह से बंद है. एक दिन पहले घाटी में हुए सबसे निर्मम आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या होने के बाद उबल रहा है. मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों से लोगों से बंद में शामिल होने की अपील हो रही है और लोग खुद हमले के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसी आतंकी हमले पर 35 सालों में पहली बार कश्मीर उठ खड़ा हुआ है. एकजुट होकर विरोध कर रहा है.

पहलगाम में, बाजार पूरी तरह से बंद हैं. आतंकी हमले में मारे गए 26 निर्दोष लोगों में सैयद आदिल हुसैन शाह भी शामिल है, जो पर्यटकों को घुड़सवारी कराता था और जब उसने हत्यारों का सामना करने की कोशिश की तो उसे गोली मार दी गई.

"मैं भारतीय हूं" के नारे

दुकानदारों और होटल व्यवसायियों ने आज पहलगाम में विरोध मार्च निकाला और "हिंदुस्तान जिंदाबाद" और "मैं भारतीय हूं" के नारे लगाए. उन्होंने NDTV से कहा कि वे अभी भी वहां फंसे पर्यटकों को हर तरह की सहायता प्रदान करेंगे, जिसमें 15 दिनों के लिए फ्री में रहने की व्यवस्था भी शामिल है.

होटल व्यवसायी आसिफ बुर्जा ने इस आतंकी हमले को "मानवता के विरुद्ध अपराध" बताया. उन्होंने NDTV से कहा, "यह पर्यटन के बारे में नहीं है, यह अर्थव्यवस्था के बारे में नहीं है, हमारा सिर शर्म से झुक गया है." उन्होंने कहा, "उनका क्या दोष था? वे यहां घूमने आए थे. हम केवल उन परिवारों के बारे में सोच रहे हैं."

सेना की जवाबी कार्रवाई में हैं साथ

एक अन्य होटल व्यवसायी ने कहा कि वे पर्यटकों और उनके परिवारों के साथ हैं. एक अन्य विरोध प्रदर्शन में लोगों ने NDTV को बताया कि वे आतंकी हमले के खिलाफ सेना की जवाबी कार्रवाई में पूरी तरह से उनके साथ हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "अगर हमारी ज़रूरत है, तो हम पूरी तरह से सेना के साथ हैं. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम अंदर से आहत हैं. हम इंसान हैं. यह सिर्फ पैसे या व्यापार की बात नहीं है. कल मारे गए 26 निर्दोष लोग सबसे बड़ी क्षति हैं. कश्मीर और कश्मीरी दूसरे नंबर पर हैं. जम्मू और कश्मीर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बहुत बड़ा योगदान है. घाटी में आतंकवाद के साथ लंबे संघर्ष के बाद शांति आई थी और पिछले कुछ सालों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही थी; यह हमला शायद समय को पीछे ले जाएगा." 

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उमर अब्दुल्ला ने हमले पर क्या कहा

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को "घृणास्पद" बताया है. उन्होंने कल हमले की खबर आने के बाद एक्स पर पोस्ट किया, "मैं इस बात पर विश्वास नहीं कर सकता. हमारे यहां आए मेहमानों पर हमला एक घृणित घटना है. इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं. निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है. मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैंने अपनी सहयोगी @sakinaitoo से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए अस्पताल चली गई हैं. मैं तुरंत श्रीनगर वापस जा रहा हूं." 

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आज सुबह, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनका प्रशासन घाटी में फंसे लोगों की निर्बाध वापसी सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था कर रहा है. पहलगाम में कल के दुखद आतंकी हमले के बाद घाटी से हमारे मेहमानों का पलायन देखना दिल दहला देने वाला है, लेकिन साथ ही हम पूरी तरह से समझते हैं कि लोग वापस क्यों लौटना चाहते हैं.

उमर ने कहा, "डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त फ्लाइट्स के लिए काम कर रहे हैं. श्रीनगर और जम्मू के बीच एनएच-44 को एक ही दिशा में यातायात के लिए फिर से जोड़ दिया गया है. मैंने प्रशासन को श्रीनगर और जम्मू के बीच यातायात को सुगम बनाने का निर्देश दिया है, ताकि पर्यटक वाहन निकल सकें. यह नियंत्रित और व्यवस्थित तरीके से किया जाना चाहिए, क्योंकि सड़क अभी भी कई जगहों पर अस्थिर है और हम सभी फंसे हुए वाहनों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हम इस समय वाहनों की पूरी तरह से मुक्त आवाजाही की अनुमति नहीं दे पाएंगे और हमें उम्मीद है कि हर कोई हमारे साथ सहयोग करेगा." 

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महबूबा मुफ्ती ने मांगी माफी

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर बुधवार को देशवासियों से माफी मांगी. महबूबा के नेतृत्व में पीडीपी नेता एवं कार्यकर्ता श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास पार्टी मुख्यालय में एकत्र हुए और वहां से विरोध मार्च की शुरुआत की. प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में महबूबा ने कहा, 'यह हमला सिर्फ मासूम पर्यटकों पर नहीं, बल्कि कश्मीरियत पर भी था. मैं देशवासियों से कहना चाहती हूं कि हम शर्मिंदा हैं. कश्मीरियों का दिल दुखी है और हम दुख की इस घड़ी में आपके साथ खड़े हैं. हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए. यह हम पर हमला था, हम इसकी निंदा करते हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गृह मंत्री यहां हैं और उन्हें इस हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाना चाहिए, ताकि उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके.' 

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पीएम मोदी भारत लौटे

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की जानकारी के बाद सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और देश वापस आ गए. पीएम मोदी ने कहा है कि हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. आज शाम छह बजे पीएम की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक में है. इसमें पहलगाम हमले पर पीएम कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. गृह मंत्री अमित शाह कल कश्मीर पहुंचे और उन्होंने उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ स्थिति की समीक्षा की है. 

राजनाथ सिंह ने क्या कहा

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "देशवासियों को आश्वस्त करता हूं, भारत सरकार वह हर कदम उठाएगी, जो जरूरी होगा. हम सिर्फ उन लोगों तक नहीं पहुंचेंगे, जिन्होंने इसे अंजाम दिया है. हम उन तक भी पहुंचेंगे जिन्होंने पर्दे के पीछे बैठकर हिंदुस्तान की सरजमीं पर ऐसी नापाक हरकतों की साजिशें रची हैं. भारत इतनी पुरानी सभ्यता और इतना पुराना देश है, जिसको ऐसी आतंकी हरकतों से डराया नहीं जा सकता है. इसके जिम्मेदार लोगों को कुछ ही समय में जोरदार तरीके से जवाब मिलता नजर आएगा."

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