खास बातें
- सरकार का फैसला साहसी और नवोन्मेषी कदम
- ईमानदार करदाताओं को परेशान होने की जरूरत नहीं
- समाज और राष्ट्र के हित में परेशानी झेलने के लिए तैयार रहें
नई दिल्ली: प्रसिद्ध विधिवेत्ता सोली सोराबजी ने सरकार के बड़े मूल्य के नोटों को बंद करने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे एक ‘साहसी और नवोन्मेषी’ कदम करार दिया है.
भारत के पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘यह साहसी नवोन्मेषी कदम है और ईमानदार करदाताओं को इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है. हालांकि, शुरुआत में इससे कुछ परेशानी आएगी, लेकिन समाज और राष्ट्र के वृहद हित में उन्हें इसे झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए.’’
राष्ट्र को कल हैरान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,000 और 500 का नोट बंद करने की घोषणा की थी. 1978 के बाद से यह पहला अवसर है जब सरकार ने किसी करेंसी नोट को चलन से हटाया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)