अदाणी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की संभावनाओं को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे है. एनर्जी सेक्टर की सूरत बदलने में अदाणी ग्रुप सबसे आगे है. यह ग्रुप पाकिस्तान की सीमा से सटे रेगिस्तान में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क (Renewable Energy Park) बना रहा है. पोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक और मीडिया से लेकर एनर्जी कंपनियों के बिजनेस एंपायर के साथ 2022 में गौतम अदाणी (Gautam Adani Net Worth) की कुल संपत्ति 154 अरब डॉलर हो गई थी, जिसके बाद वह कुछ समय के लिए दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए थे.
हालांकि, एक साल पहले अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने स्टॉक में हेरफेर और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. इससे अदाणी ग्रुप की कंपनियों की मार्केट वैल्यू में 150 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी. हालांकि, अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था.
इसके बाद से अदाणी ग्रुप ने अपने ज्यादातर नुकसान की भरपाई कर ली है. गौतम अदाणी आज एनर्जी ट्रांजिशन से अरबों डॉलर कमाने के लिए भारी निवेश कर रहे हैं.
ऐसे में अदाणी ग्रुप देश में एक सोलर और विंड प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है. इस प्रोजेक्ट को लेकर गौतम अदाणी का दावा है कि यह स्पेस से भी दिखाई देगी. गौतम अदाणी के भतीजे और अदाणी ग्रीन एनर्जी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सागर अदाणी ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि टीम इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रही है.
2.3 बिलियन डॉलर की लागत से बना खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क (Khavda Renewable Energy Park) 726 वर्ग किलोमीटर (280 वर्ग मील) एरिया को कवर करेगा. ये लगभग न्यूयॉर्क शहर के बराबर है. 2027 तक यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा.
इस प्रोजेक्ट से चीन के थ्री गोरजेस डैम के मुकाबले एक-तिहाई ज्यादा पावर का प्रोडक्शन हो सकेगा. मौजूदा समय में थ्री गोरजेस डैम दुनिया की सबसे बड़ी पावर जेनरेटिंग फेसिलिटी है.
ये प्रोजेक्ट अदाणी ग्रीन एनर्जी का शोपीस है. इसमें फ्रांस की 'टोटलएनर्जीज़' ने तीन साल पहले 2.5 बिलियन डॉलर में 19.7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी.
नवी मुंबई इंटरनेशन एयरपोर्ट का परिचालन अगले साल मार्च तक होगा शुरू, अदाणी ग्रुप कर रहा है विकसित
गौरवान्वित भारतीय
गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा नगर में देश का सबसे बड़ा कॉमर्शियल पोर्ट है. अदाणी ग्रुप की एक दूसरी कंपनी इस पोर्ट को ऑपरेट करती है. ये पोर्ट सोलर और विंड एनर्जी के लिए प्रमुख घटकों का निर्माण कर रहा है. इसमें करीब 80 मीटर लंबा विशाल पवन टरबाइन ब्लेड भी शामिल है. सोलर पैनलों का निर्माण हाई टेक्नोलॉजी वाली प्रोडक्शन लाइनों पर किया जा रहा है.
बता दें कि भारत ने साल 2030 तक अपनी आधी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 500 गीगावॉट रिन्यूएबल क्षमता बनाने के लिए क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स की अपील की है. अदाणी ग्रुप ने एनर्जी ट्रांजिशन में अनुमानित 100 बिलियन डॉलर के निवेश की बात कही है.
पूरी तरह से चालू होने पर अदाणी ग्रुप का रिन्यूएबल एनर्जी पार्क भारत के सोलर और विंड एनर्जी की वर्तमान क्षमता के एक-चौथाई के बराबर होगा. भारत भी अपनी कोयला आधारित बिजली क्षमता को तेजी से बढ़ाने की योजना बना रहा है. दो दशक बाद भारत ने कई देशों की तुलना में 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का लक्ष्य रखा है.
'भारत की महत्वाकांक्षाओं को दिखाने वाला आईना'
एशिया ग्रुप कंसल्टेंसी के अशोक मलिक ने कहा कि अदानी ग्रुप भारत की महत्वाकांक्षाओं, आशाओं और रणनीति को रिफलेक्ट करता है. मलिक ने कहा कि भारत के सभी बिजनेस समूहों और देश की प्रमुख मल्टी नेशनल कंपनियों की तरह अदाणी ग्रुप भी सरकार की आर्थिक रणनीति के साथ खुद को मोटे तौर पर जोड़ रही है.
रिन्यूएबल एनर्जी पार्क के मैनेजर (जो मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं थे) ने कहा कि स्थितियां चुनौतीपूर्ण थीं, लेकिन निर्माण का पैमाना हैरान करने वाला था. रिन्यूएबल एनर्जी पार्क की साइट मुंद्रा के सबसे करीबी गांव से लगभग 75 किलोमीटर दूर है. यह पाकिस्तान की सीमा से करीब 6 किलोमीटर दूर है.
इस तरह के बड़े प्रोजेक्ट अक्सर भारी पर्यावरणीय प्रभाव के साथ आती हैं. स्थानीय संरक्षणवादी महेंद्र भनानी ने कहा कि वह चाहेंगे कि इस साइट के प्रभाव को लेकर एक स्टडी किया जाए. रिन्यूएबल एनर्जी पार्क इंसानी बस्तियों और बायो-डायवर्सिटी हॉटस्पॉट से बहुत दूर है. उन्होंने कहा, "सोलर एनर्जी कई प्रदूषण फैलाने वाले केमिकल इंडस्ट्री से बेहतर है."
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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)