नालंदा के राजगीर थाना क्षेत्र स्थित रेल थाना के पास गुरुवार रात बदमाशों ने वन विभाग के एक फॉरेस्टर की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या कर दी. पदाधिकारी वेणु वन से ड्यूटी खत्म कर जगदेव नगर स्थित अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान पहले से घात लगाए हत्यारों ने इस वारदात को अंजाम दिया. मृतक 55 वर्षीय रामप्रवेश राम का पैतृक गांव गया जिला है.
पदाधिकारी के हत्या की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. डीएसपी प्रदीप कुमार, थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद, वन विभाग के एसीएफ अतीष कुमार और रेल थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. देर शाम हुई वारदात ने राजगीर की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है. घटनास्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर रेल थाना और अधिकारियों का आवास है.
बताया जा रहा है कि ड्यूटी खत्म कर पदाधिकारी ने बस स्टैंड के पास सब्जियां खरीदी, जिसके बाद वह सिविल ड्रेस में पैदल घर लौट रहे थे. इसी दौरान रेल थाना के पास पहले से घात लगाए बदमाशों ने सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर उनकी हत्या कर दी. शव देखने से प्रतीत होता है कि पीछे से वार किया गया है. मौत होने के बाद भी बदमाश उन्हें कुल्हाड़ी से काटते रहे. शव के पास सब्जियों से भरा पॉलिबैग भी बिखरा था.
पदाधिकारी 20 सालों से राजगीर में तैनात थे. दो साल पहले उन्होंने जगदेव नगर में जमीन खरीदकर मकान बनाया था, जहां वह परिवार के साथ रहते थे. मृतक को तीन पुत्र है. दो पुत्र दूसरे शहर में रहता है. जिसमें एक पुलिस विभाग का कर्मी बताया जा रहा है. पत्नी और छोटे बेटे के साथ पदाधिकारी रहते थे. मौत की खबर सुन पत्नी और बेटा भागते हुए घटनास्थल पर पहुंचे. परिवार किसी से रंजिश से इनकार कर रहा है.
राजगीर डीएसपी ने बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है. मृतक के पुत्रों को सूचना दे दी गई है. वहीं वन विभाग के एसीएफ ने बताया कि निर्मम तरीके से हत्या की गई है, मैंने वरीय अधिकारियों को घटना की जानकारी दे दी है.