दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने NDTV से बात करते हुए कहा कि जिन लोगों ने सीबीआई से FIR करवाई है, रेड करवाई है. वह गिरफ्तारी करवाने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी मंशा घोटाले की जांच नहीं है. अगर शराब घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल 10,000 करोड़ का घोटाला होता है. लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं. मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि सीबीआई ने छापे में मेरे घर से कंप्यूटर, मेरा फोन और सरकारी फाइल ज़ब्त की है.
वहीं बीजेपी पर हमला करते हुए मनीष सिसोदिया बोले, यह लोग कभी कहते हैं 8 हजार करोड़ का घोटाला हो गया. कभी कहते हैं 1100 सौ करोड़ का घोटाला हो गया. कभी 144 करोड़ों का घोटाला हो गया. लेकिन जब कुछ हुआ ही नहीं तो सच सामने आ ही जाएगा. मोदी जी केवल यह सोचते हैं सीबीआई किसके घर भेजे, किसकी सरकार गिराए जाए जबकि अरविंद केजरीवाल सोचते हैं कैसे स्कूल ठीक किए जाएं, कैसे रोज़गार दिए जाएं, कैसे महंगाई दूर की जाए.
उन्होंने आगे कहा कि मेरे खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. मुझे आश्चर्य हुआ, 14 घंटे की रेड में मेरे खिलाफ कुछ नहीं निकला. मैं तो घर पर बैठा हूं बताओ कहां आना है? लोग अब इस बात को समझ रहे हैं कि इनकी नीयत यही है कि 2024 में अरविंद केजरीवाल एक ऐसे चेहरे के रूप में उभर रहे हैं. जो नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकते हैं, इनकी नीयत इसी से रोकने की है. प्रधानमंत्री जिस सड़क पर पैदल चल कर फोटो खिंचवा कर आए वह सड़क देश की बेइज्जती करवा रही है. घोटाले का संकेत दे रही है लेकिन उसमें कोई जांच नहीं हो रही. लेकिन कोशिश यह हो रही है कि अरविंद केजरीवाल को कैसे रोका जाए. हमें प्रधानमंत्री पर भरोसा है कि वह 24 घंटे इसके बारे में ही सोच रहे होंगे कि इनको अरेस्ट करना है. इनको डर है कि अगर गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार आ गई तो इन शराब घोटाले की जांच होगी और सब पकड़े जाएंगे.
सिसोदिया ने कहा कि हम गुजरात जरूर जाएंगे, हमको गुजरात जाने से रोकने के लिए ही यह सब किया जा रहा है.जब तक दम है शिक्षा के लिए दिल्ली और देश के लिए काम के लिए लड़ते रहेंगे. जिस दिन जान से मार देंगे तभी काम बंद होंगे वैसे काम बंद नहीं होंगे.